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पानी की सियासत
Posted on 10 Sep, 2011 10:53 AM

नदी परियोजना को एक राष्ट्रीय परियोजना स्वीकार जरूर कर लिया, लेकिन इसके बावजूद उसने कुछ नहीं किय

नदियों के किनारे चल पड़ी हैं पदयात्रियों की टोलियाँ
Posted on 08 Sep, 2011 10:46 AM

कोसी का जल प्रवाह यदि रुका तो सबसे पहले रामनगर की निकटवर्ती ग्रामीण बसाहटों पर संकट आयेगा और पी

पीने के पानी और धुलाई की अलग लाइनों का प्लान
Posted on 07 Sep, 2011 09:39 AM

प्रेस ॥ नई दिल्ली : पानी की सप्लाई और डिमांड के बढ़ते अंतर को पाटने के लिए दिल्ली सरकार ट्रीटेड वेस्ट वॉटर के लिए अलग पाइप लाइन बिछाने पर विचार कर रही है। इस पानी का इस्तेमाल टॉयलेट, वाहन धोने जैसे कामों में किया जा सकेगा। इसके बाद पीने के पानी की लाइन अलग और दूसरे कामों के लिए इस्तेमाल होने वाले पानी की लाइन अलग होगी।

किशनगंगा परियोजना पर सुनवाई होगी अंतर्राष्ट्रीय पंचाट में
Posted on 06 Sep, 2011 05:27 PM

नई दिल्ली । जम्मू कश्मीर में निर्माणाधीन किशनगगंगा बिजली परियोजना को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच जारी विवाद पर सुनवाई अब अंतर्राष्ट्रीय पंचाट में होगी। इस मामले में सुनवाई के लिए पाकिस्तान ने अपने विशेषज्ञों के नाम हाल ही में तय किए हैं। इसके बाद भारत ने जेनेवा स्थित अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के एक जज न्यायमूर्ति पीटर तोमका और स्विस अंतर्राष्ट्रीय विधि विशेषज्ञ लूसियस कैफ्लिश को किशनगंगा परियोज

किशनगंगा परियोजना
चौमासा के बारहमासी फल
Posted on 06 Sep, 2011 09:38 AM

हमारे पंचांग का सबसे अनूठा समय है चौमासा। कुल जितना पानी बरसता है हमारे यहां, उसका 70-90 प्रतिशत चौमासे में ही गिर जाता है। जिस देश में ज्यादातर लोग जमीन जोतते हैं, उसमें चौमासे की उपज से ही साल-भर का काम चलता है। केवल किसानों का ही नहीं, कारीगरों और व्यापारियों का और उनसे वसूले कर पर चलने वाले राजाओं का, राज्यों का भी।

बीत चला है अब चौमासा। आते समय उसकी चिंता नहीं की जिनने, वे उसके बीतने पर क्या सोच पाएंगे? फिर भी इसे विलंब न मानें। चौमासा तो फिर आएगा। तो आने वाले चौमासे की चिंता अब जरा आठ माह पहले ही कर लें। इसी पर टिका है हमारे पूरे समाज का, पूरे देश का भविष्य। जमीन और बादल का यह संबंध हमारे नए लोगों ने, नए योजनाकारों ने नहीं समझा है। पर इस संबंध को समझे बिना हमारा भविष्य, हमारी जमीन, हमारा आकाश निरापद नहीं हो पाएगा और जब आपदाएं बरसेंगी तो आज की नई अर्थ व्यवस्थाओं के रंग-बिरंगे छाते हमें बचा नहीं पाएंगे। भागवत पुराण हमें बतलाता है: भगवान विष्णु राजा बलि को दिए वचन का पालन करते हुए चार महीने के लिए सुतल में उनके द्वार पर चले जाते हैं।
तालाब-कुंडों की सफाई के लिए आगे आए सुरेंद्र
Posted on 03 Sep, 2011 02:15 PM

जिन तालाबों और कुंडों पर ये मकान बने हैं नगर निगम ने बकायदा उनको नंबर एलाट किया है और बीडीए ने

पानी कम, शराब ज्यादा पीने लगे हैं बुंदेली
Posted on 31 Aug, 2011 08:59 AM

पियक्कड़ों में पुलिस वालों की भी संख्या कम नहीं है। आए दिन सड़क किनारे पुलिस के जवान शराब के नश

पर्यावरण बचाने जमा हुए नौजवान
Posted on 30 Aug, 2011 05:17 PM दिल्ली के नौजवानों को भी ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों और नदियों से बेहद लगाव है। शायद यही वजह है कि जब 'सेव हिमालय, सेव गंगा, सेव लाइफ' विषय पर राजधानी में संगोष्ठी का आयोजन किया गया तो स्कूली छात्र सहित कॉलेज के छात्र-छात्राएं भी भारी संख्या में कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे।
पहली बरसात में ही फूटे ‘भ्रष्टाचार के तालाब’
Posted on 30 Aug, 2011 01:09 PM इंदौर। इस बार की बारिश ने मालवा-निमाड़ अंचल में बन रहे तालाबों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थिति यह है कि मात्र डेढ़ से पांच इंच की बारिश में ही कई तालाब फूट गए। इनमें अधिकतर वे हैं, जिनका निर्माण हाल ही में मनरेगा से हुआ था। लिहाजा सवाल उठता है कि कहीं भ्रष्टाचार तो नहीं लील गया तालाबों की गुणवत्ता?
कई दिनों से पश्चिमी दिल्ली प्यासी
Posted on 30 Aug, 2011 12:40 PM पश्चिमी दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली में पिछले दो दिनों से पानी के लिए हाहाकार मचा है। बवाना वाटर पंप हाउस में हरियाणा से आने वाले पानी की आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। दिल्ली जलबोर्ड की पानी की पाइप लाइन के फूटने की वजह से पंप हाउस में पानी ही नहीं आ रहा था, जिस कारण नांगलोई जल शोधन संयंत्र तक पानी पहुँचा ही नहीं। शुक्रवार शाम को शुरू हुई समस्या सोमवार सुबह तब बनी रह सकती है।
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