झारखंड

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पहाड़ खत्म होने की वजह से बढ़ा आदिम जनजातियों का शोषण
Posted on 20 May, 2019 11:08 AM

गोड्डा की ऐतिहासिक धरोहर और प्राकृतिक सौंदर्य के रूप में विख्यात राजमहल की पहाड़ियों के अस्तित्व संकट में है। गोड्डा जिला राजमहल पहाड़ी श्रृंखला से घिरा हुआ है। अंधाधुंध उत्खनन से दर्जनों पहाड़ियों का नामोनिशान धीरे-धीरे मिटता जा रहा है।

राजमहल पहाड़ी श्रृंखला धीरे धीरे अस्तित्व खोती हुई
संथाल : पहले जंगल सिमटे, अब पहाड़ हो रहे छलनी
Posted on 18 May, 2019 04:32 PM

दुमका । संथाल परगना में पहले जंगल काटकर पहाड़ों को नंगा किया गया। अब पहाड़ों को काट-काट कर छलनी किया जा रहा है। जंगल-पहाड़ नष्ट हो रहे हैं और पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है। इसकी चिंता न सरकार को है और न राजनीतिक दलों को। इसकी क्षमता यह है कि पहाड़ नंगे होते चले गए हैं। जंगल कटने से वर्षा के पानी का ठहराव बंद हो गया है। पानी सीधा पहाड़ से नीचे मैदान में आ जाने से जमीन बंजर हो

भूगर्भ जल स्तर गया 250 फीट से भी नीचे, दर्जनों चापानल हुए बेकार
Posted on 16 May, 2019 06:15 PM

गर्मी की शुरुआत होते ही विश्रामपुर नगर परिषद में पेयजल के लिए हाहाकार मच गया है। मई महीने में ही नगर परिषद का लाइफ़ लाइन भेलवा नदी सुख चुका है। क्षेत्र के तालाबों व कुएं से पानी गायब हो चुका है। जल स्तर 250 फिट से भी नीचे जा चुका है, जिसके चलते नप क्षेत्र के चापानल भी जवाब देने लगे हैं।

पुनासी परियोजना : पेयजल संकट से जूझते बाबाधाम के लोग
Posted on 16 May, 2019 10:53 AM

देवघर जिले की अतिमहत्वाकांक्षी पुनासी जलाशय परियोजना चार दशक के बाद भी अधूरी है। न तो खेत तक पानी पहुंच सका है और न ही पेयजल उपलब्ध हो पा रहा है। 38 वर्षों में 26 करोड़ 9 लाख की प्राक्कलित राशि 797.72 करोड़ रुपए तक पहुंच गयी। उसमें से लगभग 300 करोड़ रुपए खर्च भी हो चुके हैं। लंबी लड़ाई के बाद अब परियोजना पूरी होने के आसार बढ़े हैं। पुनासी जलाशय परियोजना का काम देवघर जिले के देवघर प्रखंड अंतर्गत पुना

दुमका: खेत प्यासे, किसान-मजदूर पलायन को मजबूर
Posted on 15 May, 2019 05:47 PM

लोकसभा चुनाव प्रचार में नारे, दावे, वादे के बीच दुमका का दर्द भी उभर रहा है। खेत प्यासे हैं। खेतिहर मजदूरों को काम नहीं मिल रहा। ऐन चुनाव के समय मजदूर प.बंगाल जा रहे हैं। वहां गरमा धान की फसल कट रही है, इसलिए जीविका की जद्दोजहद चल रही है।

आईआईटी धनबाद करेगी प्रदूषण जांच के लिए अध्ययन
Posted on 14 May, 2019 03:34 PM

राज्य में 101 स्थानों पर प्रदूषण जांच की ऑटोमेटिक मशीन लगाने से पहले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (इंडियन स्कूल ऑफ़ माइंस) धनबाद तकनीकी अध्ययन करेगा। इस संबंध में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जेएसपीसीबी) को निर्देशित किया है।

There are several power plants in the state, one of the main reasons for pollution
लटमा में मेन पाइपलाइन हुई लीक, कई स्थानों पर पानी की किल्लत
Posted on 14 May, 2019 10:24 AM

रांची,

एचइसी इलाके समेत बिरसा चौक और हिनू के एक छोर में रहनेवाली बड़ी आबादी को रविवार को पानी नहीं मिला। इस वजह से आवासीय कॉलोनी में रहनेवाले लोगों को काफी परेशानी हुई।

धुर्वा डैम से भेजी जा रही है पानी,
मेदिनीनगर में पानी का हाहाकार, कोयल नदी से चैनल काट की जा रही आपूर्ति
Posted on 13 May, 2019 04:05 PM

मेदिनीनगर,

भीषण गर्मी में पानी संकट गहरा गया है। इससे शहरवासी इन दिनों काफी परेशान हैं। कोयल नदी सूख चुकी है। पीएचइडी द्वारा बेलवाटिका पंपू कल में नदी में चैनल काटकर किसी तरह पानी की सप्लाई की जा रही है। वह भी अनियमित सप्लाई हो रही है।

कभी झारखंड के कई क्षेत्रों की लाइफ लाइन रही कोयल नदी अब सूखी पड़ी है
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