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हरिद्वार जिला
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने समझाई मुश्किलें
Posted on 27 Aug, 2010 01:16 PMहरिद्वार, 25 अगस्त। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री डा.प्रोफेसर अग्रवाल ने अनशन खत्म किया
Posted on 25 Aug, 2010 09:36 AMकहा- दिए गए आश्वासन भी पूरे हों
हरिद्वार, 24 अगस्त, उत्तराखंड में भागीरथी नदी पर बन रही लोहारी नागपाला जलविद्युत परयोजना को बंद करने की मांग को लेकर 36 दिन से आमरण अनशन पर बैठे आईआईटी कानपुर के पूर्व प्रोफेसर जीडी अग्रवाल को जूस पिलाकर व फल खिलाकर केंद्रीय पर्यावरण व वन राज्यमंत्री जयराम रमेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री डा.
लोहारी नागपाल परियोजना बंद कराने को बाबा रामदेव का धरना
Posted on 10 Aug, 2010 10:15 AMहरिद्वार, 9 अगस्त। आज अगस्त क्रांति दिवस के रोज योग गुरु बाबा रामदेव ने सड़कों पर जाम लगाया। शंकराचार्य चौक पर धरना दिया। केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर जहर उगला। रामदेव ने उत्तरकाशी-गंगोत्री के बीच बन रही लोहारी नागपाला जल बिजली परियोजना को तुरंत बंद करने की मांग की। साथ ही गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित करने की बजाय गंगा को राष्ट्रीय धरोहर व विश्व धरोहर घोषित करने की मांग केंद्र सरकार से की और गंगा कीगंगा के लिए अनशन
Posted on 29 Jul, 2010 12:09 PMगंगा भागीरथी पर बन रही परियोजनाओं के विरोध में आईआईटी के सेवानिवृत प्रोफ़ेसर और मशहूर पर्यावरणवादी प्रोफेसर जीडी अग्रवाल फिर से आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।
प्रो. अग्रवाल के साथ खड़े हुए गोविंदाचार्य, अनशन का आज दसवां दिन
Posted on 29 Jul, 2010 11:03 AMमातृ सदन, हरिद्वार। 29 जुलाई 2010। प्रख्यात पर्यावरणविद् और वैज्ञानिक प्रोफेसर जीडी अग्रवाल जी का आमरण अनशन आज दसवें दिन भी जारी है। हरिद्वार के मातृसदन में लोहारीनागा पाला जल विद्युत परियोजना के खिलाफ प्रो. अग्रवाल के अनशन को 27 जुलाई मंगलवार देर सायं प्रो.
गंगा का प्रवाह
Posted on 29 Jul, 2010 08:14 AMएक राष्ट्र के रुप में भारत के अस्तित्व का आधार धर्म है। भारत एक राजनीतिक इकाई होने के साथ ही एक सांस्कृतिक इकाई भी है। विभिन्न स्तरों पर दिखने वाली विविधता के बावजूद संस्कृति का अन्तःप्रवाह सम्पूर्ण भारत को एक सूत्र में पिरोए हुए है। भारतीय संस्कृति का अन्तःप्रवाह कुछ प्रतीकों, आदर्शो एवं प्राकृतिक उपहारों से निरंतर ऊर्जा ग्रहण कर अपने आप को प्रवाहमान बनाए हुए है। गंगा का अविरल प्रवाह भी एक
गंगा ही नहीं रही तो तारेगा कौन?
Posted on 12 Apr, 2010 08:36 PMअपने उद्गम से लेकर हरिद्वार के उन घाटों तक गंगा का निर्मल जल वैसे ही कल-कल, छल-छल बहता हुआ, जैसा कभी बचपन में देखता था। गंगा मां की गोद में डुबकी मारकर जाने-अनजाने में किए गए अपने पापों को धोकर मोक्ष की कामना से स्नान करने वालों की भीड़। मैं कई किलोमीटर तक गंगा के किनारे चलता रहा। एक घाट पर अकेला नहाता एक इंसान नजर आया। मैंने उसे पहचान लिया। कई बार उसे दाह संस्कार करते देखा था। गंगा में स्ना
आसमां में सुराख से कम नहीं यह जीत
Posted on 08 Feb, 2010 09:51 AM
गंगा में खनन के कुछ मुद्दों पर मातृसदन के आंदोलन के आगे शासन झुका
क्या गंगा के गले की फांस है हरिद्वार
Posted on 14 Dec, 2009 08:33 AMगंगा प्राधिकरण के सभी गैर सरकारी आठ सदस्यों ने एक सुर में सरकार से मांग की है कि गोमुख से उत्तरकाशी तक ‘नो प्रोजेक्ट जोन’ घोषित किया जाए। इसकी प्रतिक्रिया में उत्तरकाशी गंगा घाटी के गंगा पुत्रों ने ‘संकल्प’ नामक एक परचे में घोषित किया कि गंगा मुक्ति के लिए जनमोरचा बनाकर हरिद्वार में गंगा की अविरल धारा को मूल मार्ग नीलधारा, चंडीघाट से प्रवाहित करवाया जाएगा। और गंगा से निकाली गई नहरों को तोड़ने का आकोपेनहेगन सम्मेलन पर मंडराया संकट
Posted on 12 Dec, 2009 07:19 AMकोपेनहेगन। विकसित देशों की शह पर डेनमार्क द्वारा तैयार एक मसौदे के लीक होने से कोपेनहेगन सम्मेलन पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। विकसित और विकासशील देशों के बीच इस मसौदे को लेकर गहरे मतभेद पैदा हो गए हैं। यह मसौदा सम्मेलन से पहले तैयार कर लिया गया था और गत एक-दो दिसम्बर को भारत, चीन समेत कुछ गिने-चुने देशों को पढाया गया था। एक ब्रिटिश समाचार पत्र में मसौदे के अंश प्रकाशित होने के बाद जी-77 देश