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रैंकिंग का बाजारवाद
Posted on 09 May, 2015 12:34 PM नई आर्थिक तरक्की वाले देशों में पर्यावरणीय क्षेत्र में काफी कुछ खोय
earth
आत्मज्ञान की ओर ले जाता विज्ञान
Posted on 04 May, 2015 10:48 AM सन् 1990 के दशक से विज्ञान की दुनिया अब ‘डी.एन.ए.’ के उस नियतिवाद
Science
पेयजल पुनः सार्वजनिक क्षेत्र में
Posted on 03 May, 2015 04:41 PM नागरिकों, कर्मचारियों और नीति निर्माताओं सहित सभी को जोड़ने का प्रय
आसन्न खतरे की हुई अनदेखी
Posted on 02 May, 2015 04:04 PM

नेपाल में प्रतिवर्ष 16 जनवरी के दिन को राष्ट्रीय भूकम्प सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह वहाँ स्वयं की सतर्कता को चौकस बनाए रखने का दिन होता है, जब गैर-सरकारी संगठन और कुछ सरकारी विभाग रैली निकालते हैं। सुरक्षा सम्बन्धी उपायों की जानकारी देने वाले पर्चे बाँटते हैं। लेकिन वहाँ कभी भी आमजन ने इस सच्चाई को दिल से नहीं माना कि 1934 में आए भूकम्प जितना गम्भीर भूकम्प भी आ सकता है।

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नेपाली तबाही कुछ कहती है
Posted on 27 Apr, 2015 11:40 AM धरती डोली। एक नहीं, कई झटके आए। नेपाल में तबाही हुई। दुनिया की सबसे ऊँची चोटी - माउंट एवरेस्ट को जीतने निकले 18 पर्वतारोहियों को मौत ने खुद जीत लिया। जैसे-जैसे प्रशासन और मीडिया की पहुँच बढ़ती गई, मौतों का आँकड़ा बढ़ता गया। इसका कुछ दर्द तिब्बत, असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश ने भी झेला। दहशत में रात, दिल्लीवासियों ने भी गुजारी। जरूरी है कि हम सभी इससे दुखी हों। यमन की तरह, नेपाल के मोर्चे
earthquake
गम्भीर जल संकट की तरफ बढ़ता देश
Posted on 17 Apr, 2015 12:27 PM

वर्तमान में 1600 जलीय प्रजातियाँ जल प्रदूषण के कारण लुप्त होने के कगार पर हैं। विश्व में 1.10 अरब लोग दूषित पेयजल पीने को मजबूर हैं और साफ पानी के बगैर अपना गुजारा कर रहे हैं। पानी की कमी से जूझ रहे दुनिया के 20 शहरों में दूसरे नम्बर पर है दिल्ली। जापान की राजधानी टोक्यो इस मामले में नम्बर एक पर है। इतना ही नहीं इस सूची में दिल्ली के अलावा भारत के चार शहर कोलकाता, चेन्नई, बंगलुरू और हैदराबाद भी

water crisis
महाकाय तेल कम्पनियों को खतरा
Posted on 14 Mar, 2015 12:38 PM इस महाद्वीप में एक भी बड़ी टार सेण्ड पाइप लाइन नहीं बची थी जिसे जनवि
पर्यावरण संरक्षण और पूंजीवाद साथ-साथ नहीं चल सकता
Posted on 30 Jan, 2015 03:19 PM पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र समर्थित इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) ने चेतावनी देते हुए कहा कि कार्बन उत्सर्जन न रुका तो नहीं बचेगी दुनिया। दुनिया को खतरनाक जलवायु परिवर्तनों से बचाना है तो जीवाश्म ईंधन के अन्धाधुन्ध इस्तेमाल को जल्द ही रोकना होगा।
cop 19
निवेश सन्धियों से बढ़ते जोखिम
Posted on 18 Jan, 2015 12:12 PM नागरिकों के विकास के लिए मानव अधिकार नीतियों एवं पर्यावरण संरक्षण क
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मत पियो या कम पियो?
Posted on 17 Jan, 2015 03:37 PM

एक समय स्वीडन के लोग अन्य देशों की तुलना में ज्यादा शराब नहीं पीते थे। लेकिन अब यहां प्रति व्यक

Anupam Mishra
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