Posted on 21 Feb, 2017 12:28 PM भरतपुर की पारम्परिक जल संचय प्रणालियों से सीख लेना तो दूर, आज के अधिकारी पुराने समय की जलापूर्ति व्यवस्थाओं का रख-रखाव करने में भी विफल रहे हैं। केवल नलकूप पानी के स्रोत बनकर रह गए हैं।
Posted on 21 Feb, 2017 12:08 PM अकाल की राजनीति में उलझे एक आदर्शवादी प्रशासनिक अधिकारी के संघर्ष पर केन्द्रित यूआर अनंतमूर्ति का उपन्यास ‘बारा’ आज भी बेहद प्रासंगिक है
Posted on 20 Feb, 2017 04:32 PM दुनिया भर में कोरल रीफ (प्रवाल-भित्ति या मूँगे की चट्टानों) को जैसा नुकसान आजकल पहुँच रहा है, इतना गम्भीर खतरा कभी नहीं देखा गया। इससे इनका अस्तित्व ही संकट में पड़ गया है। पृथ्वी की यह बहुमूल्य धरोहर क्यों विनाश के कगार पर है और इसे लेकर हमें क्यों चिन्तित होना चाहिए?
20 सितंबरः दिल्ली उच्च न्यायालय ने केन्द्र और दिल्ली सरकार को यह निर्देश दिया कि वे ऐसे प्रभावी कदम उठाएँ, जिससे कि दिल्ली का कोई भी अस्पताल डेंगू रोगियों के उपचार या प्रवेश से इनकार नहीं कर सके।
Posted on 18 Feb, 2017 04:39 PM लोगों को पानी, बिजली प्रदान करने एवं बाढ़ से सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिये बेहतर विकल्प मौजूद हैं। ये विकल्प बड़े बाँधों के मुकाबले अक्सर किफायती, जल्द बनने वाले एवं लोगों व पर्यावरण के लिये कम नुक़सानदेह होते हैं।
Posted on 18 Feb, 2017 01:33 PM बाँधों के खिलाफ एवं अपने अधिकारों के लिये आप बहुत कुछ कर सकते हैं। सबसे पहला कदम यह है कि बाँधों एवं उसका आपके समुदायों पर क्या असर हो सकता है, इस बारे में जानकारी इकट्ठा करें। अगले कदम के तौर पर यह तय करना चाहिए कि आप क्या चाहते हैं एवं उसे कैसे हासिल किया जा सकता है। उसके बाद अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिये कार्यवाही करनी चाहिए। इस तरह एक अभियान शुरू किया जा सकता है।