भारत

Term Path Alias

/regions/india

पानी का नहीं कोई हल, निजी सेक्टर का गला ‘तर’
Posted on 13 Apr, 2015 08:56 AM

स्थायी हल के बजाए सरकार का वैकल्पिक तरीकों पर ध्यान, निजी सेक्टर को मिलता है सीधा फायदा

जब पृथ्वी बोली, पानी रोको
Posted on 12 Apr, 2015 12:03 PM

पृथ्वी दिवस पर विशेष


भारतीय दर्शन में पृथ्वी को माता माना गया है। यह भगवान स्वरूपा ही है। आज भी जन-मानस में पृथ्वी को देवी मानने की आस्था इस तरह प्रबल है कि अनेक महानुभाव प्रात: नींद से जागने के बाद पृथ्वी माता को सर्वप्रथम हाथों से स्पर्श कर प्रणाम करते हैं और उनसे बेहतर जीवनयापन का आशीर्वाद भी माँगते हैं।

make your city green
पंचायत जगाने निकले कुछ कदमों का सन्देश
Posted on 10 Apr, 2015 02:12 PM

इलाहाबाद से वाराणसी जाते समय सड़क किनारे एक जगह है - राजा के तालाब। बीते तीन अप्रैल को राजा के तालाब से एक यात्रा चली - तीसरी सरकार संवाद एवं सम्पर्क यात्रा। राजतन्त्र में राजा, पहली सत्ता होता है, प्रजा अन्तिम। लोकतन्त्र में संसद तीसरी सरकार होती है, विधानसभा दूसरी और ग्रामसभा पहली सरकार। इसलिये मैं पंचायती राज की ताकत बताने निकली यात्रा को तीसरी सरकार संवाद एवं सम्पर्क यात्रा के नामकरण से सहम

teesri sarkar
भू-संशोधन विरोध : इस सवाल का जवाब जरूरी है
Posted on 10 Apr, 2015 02:04 PM

भूमि अधिग्रहण सम्बन्धी कानून-2013 के रचनाकार, जयराम रमेश ने ठीक कहा। हकीक़त यह है कि संप्रग सरक

land acquisition
अत्यधिक नाइट्रोजन से जमीन की उर्वरता पर असर
Posted on 09 Apr, 2015 03:38 PM

किसानों द्वारा अत्यधिक नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों के इस्तेमाल से पंजाब की जमीन की उर्वरता में भा

बुझेगी दिल्ली की प्यास
Posted on 07 Apr, 2015 12:31 PM

दिल्ली वालों को पानी का बड़ा स्रोत मिल गया है। अब देखना है कि कितनी सावधानी के साथ वे इस बड़े स

राज्यों के पर्यावरण और वन मन्त्रियों का सम्मेलन
Posted on 06 Apr, 2015 12:02 PM सम्मेलन का मुख्य मुद्दा
1. अपशिष्ट से धनार्जन
2. कार्य-संचालन की सुगमता
3. वन, वन्यजीव और हरित भारत मिशन
4. प्रदूषण नियंत्रण
5. जैव-विविधता और पारिस्थितिकी की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र
6. जलवायु परिवर्तन

उद्घाटन : श्री नरेन्द्र मोदी, भारत के प्रधानमन्त्री 6-7 अप्रैल, 2015, विज्ञान भवन, नई दिल्ली
फ्लोरिसिस से तुलसी की जंग
Posted on 06 Apr, 2015 11:32 AM

सरदार पटेल महाविद्याल में पर्यावरण विज्ञान के सहायक प्रोफेसर राहुल कुम्बले से अपर्णा पल्लवी की बातचीत पर आधारित लेख।

हिमालयी जल : जटिल चुनौतियाँ और क्षेत्रीय समाधान
Posted on 06 Apr, 2015 10:07 AM हिन्दुकुश हिमालयी क्षेत्र के देशों को टिकाऊ विकास के लिये जल संसाधन की क्षमता को पहचानना चाहिए।
ग्रामीणों ने रची नई मिसाल
Posted on 04 Apr, 2015 02:33 PM

एक तरफ जहाँ सन्थाल परगना में वन माफियों की बढ़ती सक्रियता से साल दर साल वन क्षेत्र कम पड़ते जा र

×