भारत

Term Path Alias

/regions/india

तकनीक कोई अलग विषय नहीं है
Posted on 14 Jan, 2017 04:59 PM
लोगों ने इन सब चीजों का विकास अपने अनुभव के आधार पर अलग-अलग स
Pond
पुरखों से संवाद
Posted on 14 Jan, 2017 03:57 PM
मृतकों से संवाद और पुरखों से संवाद, ये दो अलग बातें हैं।
इस अन्तर में जीवन के एक रस का भास भी होता है।

Tradional water system
तीर्थाटन और पर्यटन
Posted on 14 Jan, 2017 03:44 PM
हर पीढ़ी की ऐसी इच्छा होती कि अपनी अगली पीढ़ी के हाथों घर-गिर
Achhe vicharon ka akal
बारानी को भी ये दासी बना देंगे
Posted on 14 Jan, 2017 10:41 AM

बारानी में वर्षा नमी रोकने के लिये हर इलाके के किसानों ने अपने-अपने ढंग से शानदार उपाय नि

saaf mathe ka samaj
भारत में जल की प्रमुख परियोजनाएँ
Posted on 13 Jan, 2017 12:16 PM

नमामि गंगे के लिये अहम साल

नदी को अविरल बहने दें
Posted on 12 Jan, 2017 04:15 PM
अपने देश में भी नदियों पर बने बाँधों व बैराजों को लेकर अन्तरर
जल मंथन-3 (Jal Manthan 3)
Posted on 12 Jan, 2017 12:00 PM


जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 13 जनवरी, 2017 को विज्ञान भवन मौलाना आजाद रोड, नई दिल्ली में जल मंथन-3 का आयोजन किया गया है।

water
दिव्य प्रवाह से अनंत तक
Posted on 08 Jan, 2017 02:37 PM
सन 1950 में सेना की नौकरी में लेफ्टिनेंट का पद छोड़ श्री मैलविल डी मैलो ने आकाशवाणी में उद्घोषक की तरह काम प्रारम्भ किया था। अपनी खनकती आवाज और भाषा की समृद्धि के अलावा मन की उदारता और गहराई ने श्री डी मैलो को इतनी ऊँचाई दी कि उनके शब्दों ने रूपों का भी आकार ले लिया था। उस दौर में टेलिविजन नहीं था पर श्री डी मैलो के शब्द उसकी कमी को सहज ही पूरा कर देते थे। गाँधीजी की अंतिम यात्रा का उनके द्व
पुस्तक परिचय - अज्ञान भी ज्ञान है
Posted on 08 Jan, 2017 10:27 AM
यह पुस्तक एक संकलन है। यह संकलन अनुपम मिश्र द्वारा सम्पादित ‘गाँधी मार्ग’ द्वैमासिक पत्रिका में छपे लेखों का सुन्दर नमूना है। शुरुआत विनोबाजी के एक व्याख्यान से होती है। गाँधीजी ने ‘सत्याग्रह’ शब्द पर जोर रखा, विनोबा जी ने ‘सत्याग्रही’ होने के साथ ‘सत्यग्राही’ होने की शर्त भी जोड़ दी। इस संकलन के आलेख दोनों दृष्टियों से खरे हैं, वे ‘सत्याग्रही’ और ‘सत्यग्राही’ दोनों हैं।
अज्ञान भी ज्ञान है
धर्म की देहरी और समय देवता
Posted on 07 Jan, 2017 04:17 PM

भारत इस अर्थ में नियति का चुना हुआ खास देश है कि यहाँ वह प्रयोग सम्भव है जिसकी संभावना गा

×