संपादक

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राजभवन में जल संरक्षण के उपायों पर हुई चर्चा
Posted on 17 Nov, 2009 10:37 PM

जयपुर। जल के संग्रहण, संरक्षण और कुशलतम उपयोग के लिए लोगों द्वारा प्रयोग में लिए जाने वाले उपायों पर राजभवन में बुधवार, चार नवम्बर को चर्चा हुई। यह कार्यशाला राज्यपाल श्री एस.के.सिंह की परिकल्पना एवं पहल पर आयोजित हुई थी। राज्य की प्रथम महिला श्रीमती मंजू सिंह, पूर्व विधायक श्री खुशवीर सिंह, राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलपति डॉ.

water conservation
जल संरक्षण उपाय
Posted on 17 Nov, 2009 07:12 AM

सुरक्षित पानी : जीवन मूल का आधार

स्वच्छ एवं सुरक्षित जल अच्छे स्वास्थ्य की कुजीं है। गंदा व प्रदूष्रित जल बीमारियों फैला सकता है। सभी प्रकार की घरेलु आवश्यकताओं के आधार पर सामान्यता प्रतिदिन एक आदमी को 40 लीटर पानी की आवश्यकता होती है किन्तु अकाल जैसी स्थिति में दैनिक उपयोग के लिए प्रति व्यक्ति कम से कम 15 लीटर पानी की आवश्यकता होती है।

जल अच्छे स्वास्थ्य की कुजीं
आईआईटी कानपुर द्वारा वाटर हार्वेस्टिंग सम्बन्धी कान्फ़्रेंस (WHSC- 23-25 Nov.2009)
Posted on 07 Nov, 2009 09:40 AM

आईआईटी कानपुर द्वारा वाटर हार्वेस्टिंग (जल संचयन), भण्डारण और संरक्षण के सम्बन्ध में एक कॉन्फ़्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। इस तीन दिवसीय इस सम्मेलन में जल भण्डारण, पानी के संरक्षण और वाटर हार्वेस्टिंग से सम्बन्धित सभी तकनीकी विकल्पों, नीति निर्देशों पर विस्तार से चर्चा कर इस दिशा में आगे का मार्ग निश्चित किया जायेगा।

सम्मेलन के उद्देश्य -

WHSC-2009
स्वामी दयानन्द को जेल
Posted on 31 Oct, 2009 03:42 PM

सैकड़ों ट्रैक्टर, ट्रक, जेसीबी मशीन के भयंकर खनन से गंगा भयानक रूप से प्रदूषित हो रही है। गंगा के सुन्दर तटों एवं द्वीपों का विनाश हो रहा है। और यह खनन लगातार जारी है। हरिद्वार के अजीतपुर, मिसारपुर और आसपास के क्षेत्रों की गंगा में 20 से 30 फीट तक खोदा जा चुका है। आसपास के क्षेत्र और द्वीप नष्ट किए जा रहे हैं। गंगा के विनाश के खिलाफ मातृ सदन और उनके ब्रह्मचारी पिछले कई सालों से खनन माफिया के खि

जेंडर, वाटर एंड इक्विटी - प्रशिक्षण कार्यशाला
Posted on 24 Oct, 2009 03:52 PM

दिनांक : 23 नवम्बर 2009 (सोमवार) से 27 नवम्बर 2009 (शुक्रवार) तक


तृतीय जेंडर, वाटर एंड इक्विटी ट्रेनिंग वर्कशॉप का आयोजन इस वर्ष दक्षिण एशिया में आयोजित करने का फ़ैसला किया गया है। यह आयोजन 23 से 27 नवम्बर 2009 के बीच होगा जिसके आयोजन स्थल के बारे में जानकारी बाद में दी जायेगी।

इस वर्कशॉप में सहभागिता के क्या-क्या लाभ हैं -

water scarcity
द्वितीय ग्लोबल ग्रीन मीट (हिमालय 2010)
Posted on 23 Oct, 2009 06:34 PM

(12-05-2010 to14-05-2010)



विषय : हिमालय क्षेत्र में हो रहे जलवायु और जैव विविधता परिवर्तन, विश्व के पर्यावरण के लिये घातक

प्रिय मित्रों,
कोयला खानों की आग और मनुष्य पर मंडराते खतरे - एक वर्कशॉप
Posted on 21 Oct, 2009 02:53 PM
झारखण्ड के सेंट्रल कोलफ़ील्डस लिमिटेड की कुज्जू कोयला खदान में लगी आग अब धीरे-धीरे समूचे इलाके के लिये एक बड़ा खतरा बनती जा रही है। एक तरफ़ जहाँ इस आग से पर्यावरण सम्बन्धी गम्भीर चिंताएं उठने लगी हैं, वहीं दूसरी ओर मानव आबादी और बसाहटों पर मंडराते खतरे के खिलाफ़ भी आवाज़ें उठने लगी हैं।
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