रवि रौशन कुमार

रवि रौशन कुमार
अनोखा गुणकारी जलीय फल मखाना
Posted on 11 Nov, 2016 09:25 AM

मखाना (Euryale Ferox) वाटर लिली परिवार का जलीय फल है, जिसके बीज पोषक खाद्य की भांति उपयोग में लाये जाते हैं। यह अपने देश में मिथिलांचल की अपनी विशिष्ट उपज है। हालाँकि कुछ परिमाण में मखाना विश्व के अत्यधिक उष्ण एवं उपोष्ण कटिबंध के दक्षिण पूर्व तथा पूर्व एशिया के विभिन्न क्षेत्रों में भी पैदा होता है। मखाना चीन, नेपाल, बांग्लादेश, कोरिया, जापान, रूस, उत्तरी अमेरिका के जलाशयों में बहुलता से पा
जैव विविधता के संवेदनशील क्षेत्र
Posted on 04 Nov, 2016 03:30 PM

पृथ्वी पर जितने भी महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक स्थान और क्षेत्र हैं, वे प्रायः खतरों में पड़े हुए हैं। इन क्षेत्रों की मूल वनस्पतियों का मात्र दस प्रतिशत अंश ही वर्तमान समय में बचा हुआ रह गया है। इन क्षेत्रों को संवेदनशील क्षेत्र यानि हॉट स्पॉट कहा जाने लगा है। इन्हें हॉट स्पॉट कहने का अभिप्राय यह है कि इनके संरक्षण के प्रति विशेष रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए। ये संवेदनशील क्षेत्र जैव विविधता की द
जल संकट
Posted on 10 Mar, 2016 01:50 PM

इसे कुदरत की बिडम्बना ही कहेंगे कि धरती पर सत्तर प्रतिशत पानी होने के बावजूद इंसान दिनोंदिन प्यासा होता जा रहा है। एक तथ्य यह भी है कि धरती पर मौजूद पानी का केवल दो प्रतिशत पानी ही इंसान के प्रयोग के अनुकूल है। पानी अब इंसान को आसानी से मुहैया नहीं हो रहा है। इंसानी लापरवाही और कमजोर प्रबन्धन के चलते न केवल हिन्दुस्तान बल्कि दुनिया के कई मुल्क पीने के पानी की किल्लत से दो-चार हो रहे हैं। पान
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