प्रो. शुकदेव प्रसाद
प्रकृति-संरक्षण की संस्कृति
Posted on 14 Mar, 2014 09:38 AMभारतीय संस्कृति में निहित इन बिंदुओं को यदि नैतिकता-अनैतिकता की सीगंगा स्वच्छता अभियान : आज तक
Posted on 10 Jul, 2023 11:55 AMसारांश
इस अभिभाषण में 1985 में गंगा की सफाई को लेकर आरंभ हुई गंगा कार्य योजना व केंद्रीय गंगा प्राधिकरण के गठन से लेकर आज तक इस दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा की गई है, कार्य योजना की परिणतियों और निष्पत्तियों पर विमर्श भी किया गया है।योजना की खामियों को लेकर पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की विवेचना की गई है और भारत सरकार द्वारा निर
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एक जिंदगी वृक्षों के नाम प्रकृति सहचरी वंगारी मथाई
Posted on 22 Apr, 2023 11:15 AMनोबल पुरस्कारों के साथ एक विसंगति है। वर्ष 1901 से आरंभ नोबेल पुरस्कार भौतिकी रसायन, कार्यिकी (चिकित्सा) के निमित्त तो हैं लेकिन नोवल प्रतिष्ठान गणित को कोई श्रेय नहीं देता है। यह अपने आप में विस्मयकारी है क्योंकि गणित विद्या तो सारे विज्ञानों की पटरानी है। गणित विद्या न होती तो आज न राकेट होते, न मिसाइलें, न कम्प्यूटर और न ही संचार क्रांति का पदार्पण होता। बहरहाल, नोयन पुरस्कार चयन समिति अर्थ
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