प्रेमविजय पाटिल
फ्लोराइड उन्मूलन के बीच जिन्दगी
Posted on 11 Jul, 2015 05:34 PM मध्य प्रदेश के दक्षिणी भाग में स्थित धार जिला ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है। लेकिन यह पहले से ही पानी के संकट से जूझने वाला जिला है। यहाँ जनवरी से लेकर जून तक हर साल पानी का संकट खड़ा होता है। जिले का उत्तरी भाग मालवा अंचल में आता है। इसका मध्य भाग विंध्याचल में और दक्षिणी भाग नर्मदा घाटी से जुड़ा हुआ है।
जाजमखेड़ी में फ्लोराइडयुक्त पानी पीने को मजबूर ग्रामीण
Posted on 17 Apr, 2015 01:25 PMजल शुद्धिकरण यन्त्र के रिचार्ज के लिये मजदूर वर्ग के पास नहीं होते रुपए
बच्चों के दाँत हो रहे खराब, अधेड़ महिला की कमर झुकी
वन क्षेत्र विनाश के कारण मिट्टी का बहाव चिन्ताजनक
Posted on 02 Apr, 2015 03:33 PMइंग्लैंड की डरहम यूनिवर्सिटी में किए गए शोध से खुलासा हुआ है कि नर्मदा नदी बेसिन और विन्ध्यांचल क्षेत्र में अत्यधिक वनों की कटाई व कृषि भूमि में विस्तार से यह क्षेत्र खतरनाक पर्यावरणीय परिस्थिति से गुजर रहे हैं जिसके कारण क्षेत्र में मृदा अपरदन (मिट्टी के कटाव) में अत्यधिक वृद्धि रिकार्ड की गई है जो अपने उच्चतम स्तर पर हैं।
नर्मदा नदी की निर्मलता में योजनाओं की बाढ़
Posted on 24 Mar, 2015 04:02 PMविश्व जल दिवस पर विशेष
जल मानव सभ्यता के लिए सबसे जरूरी प्राकृतिक संसाधन है। इसलिए नदियों को मानव सभ्यता की पालक माना जाता है। बिजली, सिंचाई और आजीविका का आधार होने के कारण नदियाँ विकास की धुरी रही हैं। जल ग्रहण क्षेत्र की जमीन का दोषपूर्ण उपयोग एवं घटते वृक्ष आवरण की वजह से भू-क्षरण और प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है।
नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए जन-आन्दोलन जरूरी
Posted on 17 Mar, 2015 10:14 AMजन अभियान परिषद की कार्यशाला में ऊर्जा मन्त्री श्री शुक्ल
फ्लोरोसिस प्रभावित 27 प्रदेश सरकारों को नोटिस
Posted on 31 Jan, 2015 03:22 PM1. राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिवों से छह सप्ताह में माँगा जवाब
2. स्वतः संज्ञान में लिया आयोग ने मामला
धार। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उन 27 राज्यों के प्रमुख सचिवों को नोटिस जारी किए हैं जहाँ पर पानी में फ्लोराइड की अधिक मात्रा है और फ्लोरोसिस की बीमारी फैली हुई है। नोटिस जारी करते हुए आयोग ने प्रमुख सचिवों से छह सप्ताह में इस बात की जानकारी माँगी है कि उनके यहाँ की सरकार ने फ्लोरोसिस के मामले में क्या कदम उठाए हैं। यह एक विस्तृत रिपोर्ट माँगी गई है।
गौरतलब है कि केन्द्रीय जल एवं स्वच्छता मन्त्रालय द्वारा 20 जनवरी को एक प्रस्तुति दी गई थी। इसके बाद यह कदम उठाया गया है। दरअसल यह प्रस्तुति फ्लोरोसिस को लेकर थी. इसमें बताया गया था कि किस तरह से फ्लोराइड प्रभावित राज्यों में सरकारें लम्बी, छोटी व मध्यम स्तर पर गतिविधि चलाकर फ्लोराइड उन्मूलन का काम कर रही है।
प्रदेश के साथ अब महाराष्ट्र बॉर्डर के गांवों को भी लाभ मिलेगा
Posted on 28 Nov, 2014 04:32 PMसांसद डॉ. अनिल माधव दवे ने लिया व्यवस्था का जायजा
नर्मदा समग्र की विशिष्ट पहल से मिल रहा मरीजों को लाभ