प्रेम पंचोली
जल संग्रहण की एक आसान तकनीक - जियो टैंक
Posted on 19 Jan, 2018 01:21 PM
उत्तराखण्ड हिमालय में जल संरक्षण के लिये चाल-खाल की पारम्परिक पद्धति है, जो आज भी कई जगह पर विद्यमान है। पर इसके इतर ‘जियो टैंक’ नाम से एक नई तकनीक हिमालय एक्शन रिसर्च सेंटर (हार्क संस्था) नौगाँव, उत्तरकाशी ने ईजाद की है। इस तकनीक का प्रयोग वे किसानों के साथ उत्तरकाशी के बाद भविष्य में बागेश्वर में करने जा रहे हैं।
उत्तराखण्ड का निजाम केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री के शरण में
Posted on 29 Dec, 2017 11:41 AM
वैसे राज्य सरकारों की निर्भरता केन्द्र पर ही रहती है। लेकिन कुछ काम हैं, जो राज्य सरकार खुद के संसाधनों से संचालित करती है। आज तक ऐसा कोई उदाहरण नहीं आया की राज्य सरकार ने खुद के संसाधनों से फलाँ-फलाँ विकास का काम जनता को समर्पित किया है।
विस्थापित तो कराह रहे, जनता के रहनुमा आराम फरमा रहे
Posted on 24 Dec, 2017 12:02 PM
जिस पानी से एक सम्पूर्ण सभ्यता, संस्कृति जिन्दा थी, वही पानी उन लोगों को नसीब नहीं हो पा रहा है, जिसे उन्होंने देश के लिये कुर्बान किया था। ऐसी हालात उत्तराखण्ड के टिहरी बाँध विस्थापितों की बनी हुई है। वे अब पुनर्वास होकर नरक जैसी जिन्दगी जीने के लिये मजबूर हैं। जो सुहावने सपने उन्हें सरकारों ने टिहरी बाँध बनने पर दिखाई थी वे सभी सपने उनके सामने चकनाचूर हो गए हैं।
रिस्पना के बहाने भगीरथ बनने की पेशकश
Posted on 23 Dec, 2017 03:19 PM
दुनिया में गोमुख से बहने वाली गंगा-भागीरथ नदी का इतिहास है कि वे राजा भगीरथ के तप के कारण स्वर्ग से धरती पर उतरी है। इसके बाद लंदन की टेम्स नदी का इतिहास इस मायने में जुड़ जाता है कि जो नदी एकदम मैली, सूखी हुई मरणासन्न में थी, वहाँ के लोगों और सरकारों ने पुनर्जीवित ही नहीं किया बल्कि आज टेम्स नदी, दुनिया में नदी संरक्षण को लेकर एक मिशाल बनी हुई है।
सामूहिक सम्पदा पर माफियाओं का बढ़ता कब्जा
Posted on 23 Nov, 2017 11:53 AMउल्लेखनीय हो कि इस पर्वतीय राज्य में 1960-64 के दौरान एक भूमि बन्दोबस्त हुआ था जिसे फिर 40 वर्ष बाद यानि 2
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार में पिछड़ गया उत्तराखण्ड
Posted on 07 Nov, 2017 12:45 PMस्वच्छ विद्यालय पुरस्कार पोर्टल पर यदि अमुक विद्यालय का शिक्ष
इलाहाबाद से पहले भी है गंगा यमुना का संगम
Posted on 06 Nov, 2017 12:16 PM
शायद किसी ने कभी सुना ही होगा या स्थानीय लोग जानते होंगे कि गंगा और यमुना का संगम इलाहाबाद से पहले भी होता है। यह संगम है यमुना नदी के किनारे उतरकाशी जनपद के अन्तर्गत गंगनाणी नामक स्थान पर। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इन दोनों नदियों की जल धाराएँ प्रयाग से पहले गंगनाणी में भी संगम बनाती हैं।
लोगों को मिलेगा मंडुवे (कोदो) के आटे की बर्फी का स्वाद
Posted on 18 Oct, 2017 12:51 PM
sweets of finger millet flour
नमामि गंगे की पहली किस्त चढ़ी घोटाले की भेंट
Posted on 07 Oct, 2017 04:22 PMनमामि गंगे को सफल बनाने के लिये सरकार ने जहाँ 1900 करोड़ का ब
अपने गाँव से करेंगे चकबन्दी की शुरुआत - मुख्यमंत्री
Posted on 06 Oct, 2017 01:12 PM
‘आप भला तो जग भला’ जैसी कहावत को कृतार्थ करने की राह पकड़े उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत इन दिनों अपने वक्तव्य में कहीं भी चूक नहीं करते कि वे चकबन्दी अपने गाँव खैरासैण से आरम्भ करेंगे। जबकि 80 के दशक में उत्तरकाशी जनपद के बीफ गाँव में स्व. राजेन्द्र सिंह रावत ने चकबन्दी करवाई।