डॉ. अनिल प्रकाश जोशी

डॉ. अनिल प्रकाश जोशी
जहान से पहले है जान
Posted on 31 Dec, 2018 12:19 PM

सकल घरेलू उत्पाद की तर्ज पर अब सकल पर्यावरण उत्पाद (जीईपी) की तरफ भी कदम बढ़ाना होगा। आर्थिक विकास के साथ पारिस्थितिकीय समृद्धि की भी यह पहल होगी। बेहतर जहान के लिये पहले जान जरूरी है।

पर्यावरण
धरती को बरतना कब सीखेंगे
Posted on 30 Nov, 2018 12:48 PM

नई दिल्ली से न्यूयार्क तक अब हवा बदल चुकी है, हालात पहले जैसे कदापि नहीं हैं। अब जब दिल्ली प्राकृतिक वर्षा कर वायु प्रदूषण से मुक्त होना चाहती हो, तो इससे ज्यादा बिगड़ती किन परिस्थितियों के बाद हम गम्भीर होंगे, यह सवाल आज सबसे बड़ा है। दुर्भाग्य यह है कि अब साल का कोई भी महीना ऐसा नहीं बचा, जिसमें सीधे बिगड़ते पर्यावरण के तेवर न दिखाई देते हों। जाड़ों में धुन्ध, गर्मियों में तूफान व बवंडर व
संकट में धरती
कोरी नहीं शीतयुग की बात
Posted on 08 Dec, 2012 03:03 PM

हिमालय सदियों से देश व समाज की सभी प्राकृतिक उत्पादों से सेवा करता रहा है। सही मायनों में सर्वव्यापी हिमालय को दे

Ice age
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