दीपक रंजन
दीपक रंजन
पानी का अपव्यय खतरे की घंटी
Posted on 07 Dec, 2015 10:11 AM जल ही जीवन है, चाहे बात पेयजल की हो या खेतों में सिंचाई की जरूरत को पूरा करने की हो। सामान्य तौर पर देखने से ऐसा लगता है कि भारत में खेती, पीने के लिये पानी की कमी नहीं है। किन्तु वास्तविकता यह है कि बड़ा क्षेत्र सिंचाई के लिये भूजल पर निर्भर है और भूजल स्तर लगातार तथा तेजी से नीचे गिरते हुए चिन्ताजनक स्थिति में पहुँच गया है।बीमारियों से निपटने के बजाय पानी के प्रबन्धन पर ध्यान दें
Posted on 08 Nov, 2015 10:29 AMखेती, उद्योगों व शहरी ज़रूरतों के लिये पानी का दोहन देश के कई भागोभारतीय दृष्टिकोण से गंगा को निर्मल बनाएँ
Posted on 05 Nov, 2015 02:23 PMनदियों को संरचना के आधार पर कई वर्गों में बाँटा गया है। गंगा, यमुनकरोड़ों खर्च करने के बावजूद प्रदूषित हैं नदियां
Posted on 24 Jun, 2014 03:42 PMकेंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार गंगा समेत विभिन्न नदियों की सफाई पर जोर दे रही है और पिछले 10 वर्षों में विभिन्न राज्यों में गंगा और यमु