अरुण कुमार
अरुण कुमार
जैव विविधता (Biodiversity)
Posted on 08 Mar, 2014 01:45 PMदोनों जीवों का जीवन आराम से चलता रहा, परन्तु यूरोपीय लोगोंं के यहाभूमि एवं मिट्टी का प्रदूषण (Soil Pollution in Hindi)
Posted on 08 Mar, 2014 01:01 PMजलवायु के समान मृदा भी एक प्राकृतिक संसाधन है, जो प्राणियों/प्राणिमात्र को भोजन एवं रहन-सहन, विचरण-क्रिया प्रदान करती है। भूमि का योगदान मानवीय गतिविधियों के अतिरध्वनि प्रदूषण (Sound pollution)
Posted on 08 Mar, 2014 10:36 AMहमारे देश में विभिन्न अवसरों पर की जाने वाली आतिशबाजी भी ध्वन
जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना
Posted on 06 Mar, 2014 03:54 PMप्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने 30 जून 2008 को नर्इ दिल्ली में जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्ययोजना का शुभारम्भ किया। राष्ट्रीय कार्ययोजना में “निर्वाह योग्य विकास” (Sustainable Development) के भारत के दृष्टिकोण और उन कदमों को शामिल किया गया है जो इसे प्रभावपूर्ण ढंग से क्रियान्वित करने के लिए उठाने चाहिए।कार्बन फुटप्रिंट
Posted on 06 Mar, 2014 12:55 PMग्रीनहाउस गैसों में कमी लाने के कर्इ तरीके हैं। सौर, पवन ऊर्जा के अधिक इस्तेमाल और पौधरोपण आदि से कार्बन उत्सर्जन में कमी लाई जा सग्लोबल वार्मिंग या विश्व-तापन
Posted on 06 Mar, 2014 12:12 PMलाखों साल के अंतराल में विवर्तनिकी प्लेट की गति पूरी धरती की भूमिजल प्रदूषण (Water Pollution)
Posted on 18 Feb, 2014 08:45 AMजल प्रदूषण जल के ज्योतिर्मय आंचल में, है खिला-खिला सा सृष्टि कमल।जल ही जीवन का सम्बल, ‘आपोमयं’ जगत है सारा।
यही प्राणमय अंतर्धारा, यही अमिय है इस पृथ्वी का।
अग्नि सोममय रस है उज्ज्वल, सुजला-सुफला बने धरित्री।
असुख अमंगल दूर रहे सब, देवि यही वर दो सबको तुम।
परस तुम्हारा है गंगाजल, जल जीवन का सम्बल है।
जल ही जीवन, सब कुछ सूना है जल के बिन।