गाजियाबाद, 24 मई (ब्यूरो): हॉट सिटी में कूड़ा-करकट अब बेकार नहीं जाएगा क्योंकि अब कूड़े से कम्पोस्ट खाद बनाए जाने की रणनीति तैयार की जा रही है। कूड़े से तैयार कम्पोस्ट किसानों के लिए खेतों में खाद के रूप में इस्तेमाल की जा सकेगी। कूड़े से कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए कई संस्थाएँ निगम अफसरों से सम्पर्क साध रही हैं।
नगर निगम के अंतर्गत आने वाले पाँचों जोन में अब कूड़े के ढेर से कम्पोस्ट खाद और अन्य आर्गेनिक उत्पाद बनाए जाने की तैयारी चल रही है। जिसके लिए कई संस्थाओं ने नगर निगम आयुक्त से मिलकर अलग-अलग उत्पाद तैयार कर कूड़े से निजात दिलाने की कोशिश की है। अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा ने बताया कि जोनवार संस्थाएँ कूड़े से अलग-अलग प्रोडक्ट तैयार करेंगी।
नन्दग्राम और घूकना में कूड़े से बायोगैस प्लॉट तैयार किया जाएगा। मुस्कान ज्योति संस्था की ओर से कविनगर जोन को चिह्नित किया गया है, जो कूड़े से प्लास्टिक के प्रोडक्ट तैयार करेगी। इसके अलावा विजयनगर, मोहननगर आदि में भी कई संस्थाएँँ कूड़े के ढेर से लोगों को निजात दिलाएंगी। सीवर के पानी से भी कई उत्पाद तैयार करने के लिए संस्थाएँ बढ़-चढ़ कर काम कर रही हैं।
पॉश कॉलोनियों में लगे कूड़े के ढेर
वैसे तो डम्पिंग ग्राउण्ड बनाए जाने का काम अभी तक परवान नहीं चढ़ सका है। डम्पिंग ग्राउण्ड को लेकर निगम अफसरों को लोगों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ रहा है। कविनगर, लोहियानगर, विजयनगर, वसुंधरा आदि पॉश कॉलोनियों में जगह-जगह कूड़े के ढेर के अम्बार लगे हुए हैं। यदि कूड़े से कम्पोस्ट और अन्य उत्पाद तैयार करने की योजना परवान चढ़ती है तो लोगों को जगह-जगह पड़े कूड़े के ढेर और मलबों से निजात मिल जाएगी। उधर, कविनगर के रोहित, मुकेश, नन्दग्राम के आरपी सिंह, पुष्पेन्द्र, सुरेन्द्र सिंह पवार, रमेश चौधरी, रोहिताश आदि ने बताया कि यदि कूड़े के ढेर से कम्पोस्ट खाद तैयार की जाती है तो लोगों को इससे निजात मिलेगी।
साभार : नवोदय टाइम्स मई 25 2015
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