शोध पत्र

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पंचायत समिति बोंली की भूजल स्थिति
Posted on 10 Nov, 2015 03:40 PM
पंचायत समिति, बोंली (जिला सवाई माधोपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा सवाई माधोपुर जिले में 1783 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 1497 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति बामनवास की भूजल स्थिति
Posted on 10 Nov, 2015 03:38 PM
पंचायत समिति, बामनवास (जिला सवाई माधोपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा सवाई माधोपुर जिले में 1783 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 1497 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति राजसमन्द की भूजल स्थिति
Posted on 10 Nov, 2015 03:24 PM
पंचायत समिति, राजसमन्द (जिला राजसमन्द) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा राजसमन्द जिले में 154 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 93 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति रेलमगरा की भूजल स्थिति
Posted on 10 Nov, 2015 03:22 PM
पंचायत समिति, रेलमगरा (जिला राजसमन्द) अति-दोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा राजसमन्द जिले में 154 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 93 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति कुंभलगढ़ की भूजल स्थिति
Posted on 09 Nov, 2015 03:55 PM
पंचायत समिति, कुंभलगढ़ (जिला राजसमन्द) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा राजसमन्द जिले में 154 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 93 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति खमनोर की भूजल स्थिति
Posted on 09 Nov, 2015 03:34 PM
पंचायत समिति, खमनोर (जिला राजसमन्द) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा राजसमन्द जिले में 154 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 93 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति देवगढ़ की भूजल स्थिति
Posted on 09 Nov, 2015 03:26 PM
पंचायत समिति, देवगढ़ (जिला राजसमन्द) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा राजसमन्द जिले में 154 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 93 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति भीम की भूजल स्थिति
Posted on 09 Nov, 2015 03:18 PM
पंचायत समिति, भीम (जिला राजसमन्द) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा राजसमन्द जिले में 154 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 93 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति आमेट की भूजल स्थिति
Posted on 09 Nov, 2015 03:13 PM
पंचायत समिति, आमेट (जिला राजसमन्द) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा राजसमन्द जिले में 154 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 93 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति प्रतापगढ़ की भूजल स्थिति
Posted on 08 Nov, 2015 12:29 PM
पंचायत समिति, प्रतापगढ़ (जिला प्रतापगढ़) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा प्रतापगढ़ जिले में 155 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 146 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
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