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संगरूर जिले के अलोराख गांव का पानी हुआ जहरीला, पंजाब के मुख्य सचिव को निर्देश, साफ पानी मुहैया कराएं
जानिए संगरूर जिले के अलोराख गांव का पानी आखिरकार क्यों हो रहा है जहरीला,इस पर एनजीटी ने क्या निर्णय लिया। Posted on 10 Apr, 2024 01:08 PM

संगरूर जिले के अलोराख गांव का पानी हुआ जहरीला, पंजाब के मुख्य सचिव को निर्देश, साफ पानी मुहैया कराएं,PC-wikipedia
पानी पर सही शुल्क लगाना और वसूलना हुआ जरूरी
जाने पानी पर सही शुल्क लगाना और वसूलना हुआ क्यों जरूरी Posted on 09 Apr, 2024 05:34 PM

कुछ साल पहले कर्नाटक के एक शहर की मेयर ने मुझसे पूछा था कि नगरपालिका द्वारा मुहैया कराए जा रहे पानी से अपने प्रांगण, दीवार और वाहन को धोने से वह लोगों को कैसे रोक सकती हैं?

पानी पर सही शुल्क लगाना और वसूलना हुआ जरूरी
स्वच्छ दून का सपना कैसे हो साकार कूड़ा निस्तारण व्यवस्था का बंटाधार
जाने देहरादून के सभी 100 वार्ड में प्रतिदिन करीब साढ़े चार सौ टन कूड़ा उत्सर्जित होता है
Posted on 09 Apr, 2024 05:25 PM

स्वच्छ दून, सुंदर दून का स्लोगन तो वर्षों से सुनते आए आए हैं, लेकिन धरातल पर यह नारा साकार होता नजर नहीं आता। दून में सफाई गजा व्यवस्था बड़ी चुनौती बना हुआ है।हालांकि, जिम्मेदार कूड़ा निस्तारण और साफ-सफाई व्यवस्था चाक-चौबंद करने के दावे तो करते हैं, लेकिन कूड़ा शहर के लिए नासूर बन हुआ है। सड़कों, बाजारों में कूड़ा और गंदगी पसरना आम बात है। घर-घर कूड़ा उठान हो या डंपिंग जोन से प्लांट में कूड़े क

स्वच्छ दून का सपना कैसे हो साकार कूड़ा निस्तारण व्यवस्था का बंटाधार
सियासी समर में नहीं सुनाई दे रही गंगा-यमुना की स्वच्छता की गूंज
जाने इस बार आम चुनाव में गंगा-यमुना की स्वच्छता लेकर केंद्र सरकार की क्या योजना हैं।


Posted on 09 Apr, 2024 03:34 PM

टिहरी गढ़वाल संसदीय सीट कई मायनों में महत्वपूर्ण है। इसकी पहचान जहां गंगा-यमुना के उद्गम स्थल के रूप में होती है, वहीं रूपीन, सुपीन, टोंस, कमल नदी, असी गंगा, इंद्रावती, बालगंगा व भिलंगना समेत तमाम छोटी नदियां भी यहीं से होकर बहती हैं। ये नदियां धार्मिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और आर्थिक समृद्धि का भी आधार हैं। पेयजल, सिंचाई व ऊर्जा उत्पादन के साथ पर्यटन व तीर्थाटन की धुरी भी ये नदियां हैं, जिससे

सियासी समर में नहीं सुनाई दे रही गंगा-यमुना की स्वच्छता की गूंज
स्वच्छ पर्यावरण के बिना जीवन का अधिकार पूरी तरह प्रभावी नहीं
माननीय सुप्रीम कोर्ट के द्वारा माना गया है कि स्वच्छ पर्यावरण के बिना जीवन का अधिकार पूरी तरह प्रभावी नहीं होता । 


Posted on 09 Apr, 2024 11:44 AM

वन्यजीव कार्यकर्ता एमके रंजीत सिंह के द्वारा सुप्रीम कोर्ट में ‘ग्रेट इंडियन बस्टर्ड- गोडावण’ को सौर-पैनल परियोजनाओं में लगाए गए ओवरहेड ट्रांसमिशन तारों से होने वाली टक्कर के कारण बस्टर्ड पक्षियों की मृत्यु से संबंधित मामला उठाया गया था। ग्रेट इंडियन बस्टर्ड विशेष रूप से राजस्थान और गुजरात में पाई जाती हैं और उनकी संख्या में चिंताजनक कमी का कारण उनके निवास स्थान के पास सौर ऊर्जा संयंत्रों सहित,

सुप्रीम कोर्ट,Pc-wikipedia
चिंताः बिहार में सूख गईं 40 से अधिक नदियां
जानिए बिहार की नदियाँ क्यों सूख रही है Posted on 08 Apr, 2024 10:37 AM

सूबे में गर्मी का चढ़ना शुरू ही हुआ है और नदियों के सूखने का सिलसिला जारी हो गया। इस समय 40 से अधिक नदियों सूख चुकी हैं। इन नदियों के बड़े हिस्से से पानी गायब है। कई नदियों में जो कुछ पानी है तो उनका बहाव पूरी तरह खत्म है। वहीं बड़ी संख्या में ऐसी नदियां भी हैं, जिनका पानी तेजी से खत्म हो रहा है। कई नदियों के कुछ हिस्से में पानी है, पर इसके बड़े हिस्से में धूल उड़ रही है।

चिंताः बिहार में सूख गईं 40 से अधिक नदियां
टिहरी डैम - अब तक
जानिए सुंदरलाल बहुगुणा के 74 दिनों के उपवास के बाद आखिर सरकार ने क्या निर्णय लिए Posted on 05 Apr, 2024 04:49 PM

मेरा, 74 दिनों का उपवास, जो मैंने भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्री नरसिम्हा राव द्वारा मुझको दिये हुए वचन से मुकरने के विरोध में रखा था, श्री एच. डी.

टिहरी डैम,Pc-wikipedia
हिमालय बचाओ आन्दोलन-घोषणापत्र
जानिए हिमालय बचाओ आन्दोलन-घोषणापत्र में क्या महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए

Posted on 05 Apr, 2024 01:02 PM

आक्रमण विकास नीति ने हिमालय में 'प्रकृति एवं मानव' दोनों के लिए जिन्दा रहने का संकट पैदा कर दिया है। इससे केवल इस क्षेत्र में रहने वाले ही त्रस्त नहीं हैं, बल्कि इससे भी दस गुने लोगों पर हिमालय की तबाही का विनाशकारी प्रभाव, बाढ़, भूक्षरण और सूखे के रूप में पड़ रहा है।

हिमालय बचाओ आन्दोलन-घोषणापत्र
मेरा प्रार्थनामय उपवास : सुन्दरलाल बहुगुणा
जाने सुन्दरलाल बहुगुणा ने भूख हड़ताल महात्मा गांधी की जयंती पर ही क्यों की Posted on 05 Apr, 2024 11:32 AM

स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती के वर्ष में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के शुभ दिन पर राष्ट्र और करोड़ों लोगों के जीवन को असुरक्षित बनाने, आर्थिक दृष्टि से दिवालिया, सामाजिक दृष्टि से विषमता और विघटन बढ़ाने, पर्यावरणीय तबाही लाने और हमारी संस्कृति और आस्थाओं को कुचलने वाले टिहरी बांध के मौजूदा स्वरूप को कायम रखने की हठधर्मी को उजागर करने के लिए मैंने उपवास करने का निश्चय किया है।

 सुन्दरलाल बहुगुणा,Pc-Wikipedia
टिहरी बांध के चलते गंगा नदी का जीवन समाप्त होने की कगार पर
इस ब्लॉग में जानिए गंगा नदी की प्रमुख सहयोगी नदी भागीरथी पर बनाया गया टिहरी बांध गंगा नदी के अस्तित्व को जोखिम में डाल दिया है Posted on 04 Apr, 2024 11:47 AM

परमपूज्य शंकराचार्य जी, स्वामी जयेन्द्र सरस्वती जी व हरिद्वार सम्मेलन में उपस्थित सन्त-महात्माओं एवं प्रतिनिधियों के चरणों में !

भागीरथी के तट पर बांध
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