Posted on 24 Jun, 2009 10:31 PM नई दिल्ली, एजेंसी
संसदीय कार्यमंत्री पवन कुमार बंसल अब मीरा कुमार को पहले आवंटित जल संसाधन मंत्रालय का कामकाज भी देखेंगे जबकि दो अन्य राज्यमंत्रियों प्रतीक पाटिल और अरुण यादव के विभागों की अदला-बदली कर दी गई है।
Posted on 24 Jun, 2009 03:05 PMहर साल जेठ महीना आते-आते दिल्ली में पानी की बेहद कमी हो जाती है। तब यहां ढेरों प्याऊ दिखाई देने लगते हैं, जहां राहगीर अपने हलक तर करते हैं। इसके अलावा जहां संभव है लोग पचास पैसे गिलास या बारह रुपए बोतल बिकाऊ पानी का भी सहारा लेते हैं।
Posted on 23 Jun, 2009 03:21 PMगर्मी बढ़ने के बाद से ही दिल्ली में पानी का संकट गहराया हुआ है। लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। ऐसे में पौधों की सिंचाई के लिए बसई दारापुर स्थित ईएसआई अस्पताल ने एफ्ल्यूएंट ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया है। इसके द्वारा अस्पताल में उपयोग किए जा चुके पानी का शोधन कर उससे सिंचाई की जाती है।
Posted on 20 Jun, 2009 07:05 PMयह पाठ्यक्रम वर्षा जल संचय (RWH) के सिद्धांत, व्यवहार और नीति पर केंद्रित है. सभी सिविल इंजीनियर, आर्किटेक्ट, शहरी नियोजक, पर्यावरण सलाहकार सहित नगरपालिका पानी प्रबंधक, नीति निर्माता और गैर सरकारी संगठन इसमें भाग ले सकते हैं. इस कार्यशाला में क्षेत्र का दौरा, व्यावहारिक अभ्यास और इंटरैक्टिव सेमिनार व्याख्यान आदि शामिल हैं जिससे शहरी क्षेत्रों में सूक्ष्म और स्थूल सभी क्षेत्रों के लिए वर्षा जल संचय प्रणाली के कार्यान्वयन, डिजाईन और योदना बनाने में मदद मिलेगी.
Posted on 18 Jun, 2009 11:18 AMवेस -नेट इंडिया जल और स्वच्छता के मुद्दे पर काम करने वाले को साथ लाने की लगातार कोशिश करता रहा है. इन प्रयासों में तालमेल लाने के लिए वेस के राष्ट्रव्यापी अभियान “वन व्वाइस” के तहत दिल्ली में 5 मई 2009 को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा. यह आयोजन यूनिसेफ, इंडिया के कंट्री ऑफिस में किया जाएगा.
Posted on 03 Jun, 2009 02:21 PM पश्चिम बंगाल के सुंदरबन में स्थित सागर द्वीप का निवासी बिप्लब मोंडल पिछले 25 वर्षों से एक शरणार्थी की तरह दिल्ली की गोविन्दपुरी नामक गंदी बस्ती में रह रहा है। पिछली बातों को याद करते हुए वह कहता है कि ‘मैं जब भी समुद्र को देखता था तो मुझे लगता था कि जैसे वह मेरे गांव में घुस आएगा।’ वह 1992 में दिल्ली में बस गया और दिहाड़ी पर काम करने लगा। साथ ही दिल्ली में बसने के लिए उसने मकान खरीदने के लिए
Posted on 14 May, 2009 10:08 AMहिमाचल सरकार ने पिछले दिनों क्लाईमेट चेंज पर नीति का मसौदा तैयार किया। विश्व भर में पिछले 5 वर्षों में शायद ही कोई और मुद्दा इतनी चर्चा और चिंतन का विषय रहा होगा जितना कि क्लाईमेट चेंज या जलवायु परिवर्तन। और क्यों न हो जब यह विस्तृत रूप से साबित हो चुका है कि पृथ्वी के बढ़ते तापमान से आने वाले समय में बदलते और अपूर्वानुमेय मौसम, बाढ़, साईक्लोन अन्य आपदाएं और स्वास्थ्य समस्याएं और गंभीर हो जाएंगी।
पृथ्वी के बढ़ते तापमान का मुख्य कारण है जीवाश्म इंधनों का बड़े पैमाने पर उपयोग जिससे कार्बन डाइऑक्साइड की वायु में मात्रा हद से ज्यादा बढ़ जाती है। यह बात भी स्पष्ट हो चुकी है कि विश्व के अधिकांश देश एक ऐसी विकास प्रणाली अपना चुके हैं जो प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन पर आधारित है।
Posted on 24 Apr, 2009 04:37 PMभारत की कैंसर वैली दिल्ली और पटना के बीच गंगा के किनारे पाई जाती है। यह खबर आपको चौंका जरूर सकती है कि कैंसर का गंगा के किनारे रहने का क्या संबंध, लेकिन यह हकीकत है...अगर आप गंगा के तटीय इलाकों में रहते हैं तो आपके गॉलब्लैडर यानी पित्ताशय का कैंसर के मरीज होने की आशंका बढ़ जाती है।
Posted on 24 Apr, 2009 04:28 PMलीड द एक्शन संस्था 19 से 21 मई 2009 तक नई दिल्ली में एक तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 'कैंपेनिंग फॉर चेंज' का आयोजन करने वाली है. लीड द एक्शन एक अव्यवसायिक संगठन है जो सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर संचार और सूचना प्रौद्योगिकी के जरिये एडव्होकेसी और एक्शन के लिए एक सुलभ प्लेटफार्म उपलब्ध कराता है.