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समय की मांग हैं जल प्रबंधक
Posted on 03 Feb, 2009 07:01 PM पर्यावरण प्रदूषण आज एक ग्लोबल समस्या बन चुकी है। भारत भी इसका अपवाद नहीं है। इस क्रम में जल प्रदूषण को लेकर सबसे ज्यादा चिंता जताई जा रही है। आने वाले समय जहां स्वच्छ पेय जल की कमी को लेकर विश्वयुद्ध की संभावना जताई जा रही है, तो दूसरी ओर जो जल हमारे पास उपलब्ध है, उसे प्रदूषित किया जा रहा है। इस प्रदूषण से नदियों, कुंओं और तालाबों के जल के साथ ही भूमिगत जल स्त्रोत भी विषाक्त हो रहे हैं। ऐसे में ज
सबको साफ़ पानी का अधिकार - चुनावी वादा
Posted on 03 Feb, 2009 01:05 PM

जल संकट, जल प्रबन्धन और संरक्षण - आडवाणी जी के साथ एक परिसंवाद


कुछ यूरोपीय देशों को छोड़कर समूचे विश्व में जल संकट अपने पैर पसार चुका है, भारत में तो अप्रैल से जून तक का समय सर्वाधिक भीषण जल संकट का होता है। इसके निदान के लिये विभिन्न स्तरों पर प्रयास तो चल ही रहे हैं। इस बेहद संवेदनशील मुद्दे पर राजनैतिक व्यक्तित्व भला कैसे पीछे रह सकते हैं। प्रधानमंत्री पद के एनडीए के उम्मीदवार और भारत की समस्याओं को नज़दीक से जानने-समझने वाले श्री लालकृष्ण आडवाणी ने

भाजपा नेता - आडवाणी
धरती के लिए आकाश को बचाएं
Posted on 03 Feb, 2009 09:41 AM

देवेंद्र मेवाड़ी

जल संसाधनों पर असर का होगा अध्ययन
Posted on 27 Jan, 2009 04:34 AM Jan 24/ नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन के असर को लेकर सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं। इसी के मद्देनजर केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय ने इसके गहन अध्ययन का फैसला किया है, जिसमें बारिश की घटती-बढ़ती अवधि, नदियों के बदलते प्रवाह और ग्लेशियरों के पिघलने की गति पर नजर रखी जाएगी। इसके लिए मंत्रालय ने 'एक विशेष प्रकोष्ठ' का गठन किया है, जिसमें केंद्रीय जल आयोग, ब्रह्मपुत्र बोर्ड व राष
खोजें
Posted on 14 Dec, 2008 10:02 AM
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एक्वाया इंस्टीट्यूट के कार्य
Posted on 30 Nov, 2008 11:39 AM साफ और सुरक्षित जल के द्वारा स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एक्वाया इंस्टीट्यूट ने नई तकनीकियाँ अपनाई हैं।

इंस्टीट्यूट द्वारा अपनाई गई रणनीतियों की एक प्रस्तुति-
नदियों में प्रदूषण के स्रोत
Posted on 29 Nov, 2008 06:01 PM (1) गंगा अथवा ऐसी किसी भी नदी के प्रदूषण के स्रोतों को दो प्रकार की श्रेणियों में बांटा जा सकता है :

( (अ) पाइंट स्रोत -
ये प्रदूषण के ऐसे संगठित स्रोत हैं जहां प्रदूषण के भार को मापा जा सकता है जैसे - औद्योगिक कचरा और म्यूनिसिपल सीवेज बहाकर लाने वाले नाले, सीवेज पम्पिंग स्टेशन और सीवेज सिस्टमस्, उद्योगों से व्यापारिक कचरा आदि।
नदियों का वर्गीकरण
Posted on 29 Nov, 2008 05:44 PM

अन्तर्देशीय सतही जल का प्रयोग के आधार पर वर्गीकरण

देश के आन्तरिक भागों में उपलब्ध सतही जल को प्रयोग के आधार पर पांच श्रेणियों में बांटा गया है- ए, बी, सी, डी और ई।

समाचार
Posted on 15 Nov, 2008 07:09 PM
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Posted on 03 Nov, 2008 07:42 PM हिन्दी लिखने के लिए इस टूल्स का इस्तेमाल करें -
तरीका
पानी (के लिए) Pani
जल (के लिए) jal
इंडिया वाटर पोर्टल (के लिए) India Water Portal
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