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अब 'पानी लाने लगा' है आंदोलन
Posted on 24 Apr, 2011 10:50 AM नई दिल्ली। यमुना बचाओ आंदोलन अब रंग लाने लगा है। आंदोलनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को यमुना के वजीराबाद और आईटीओ स्थित यमुना में पानी का जायजा लिया। स्थानीय लोगों व गोताखोरों ने आंदोलनकारियों को बताया कि यमुना में पानी की बढ़ोतरी हुई हैं। जलस्तर भी पहले से बढ़ा हुआ पाया गया। इस मसले पर सरकार और आंदोलनकारियों के बीच औपचारिक बातचीत सोमवार को होगी। सार्वजनिक अवकाश होने की वजह से सरकार की ओर से
यमुना बचाओ आन्दोलन
नदी एक गीत है
Posted on 23 Apr, 2011 12:16 PM नदी एक गीत हैः
जो पहाड़ के कण्ठ से निकल
समुद्र की जलपोथी में छप जाती है
जिस के मोहक अनुरणन से हरा-भरा रहता है
घाटी-मैदान

अपने घुटने मोड़ जिसे पीती है बकरी
हबो-हबो कहने पर पी लेते हैं जिसे गाय-गोरू
खेत-खलिहान की मेहनत की प्यास में
पीते हैं जिसे मजूर-किसान
नदियों में पानी है तो सदानीरा है जुबान

रेत में हाँफती नदियाँ
नया रणक्षेत्र: भारत-पाक जल विवाद
Posted on 22 Apr, 2011 12:41 PM


प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकी गुट लश्कर-ए-ताइबा से जुड़ा संगठन जमात उद दावा (जेयूडी) जल बंटवारे के मसले पर लगातार भारत विरोधी एजेंडे को हवा दे रहा है। जमात के कार्यक्रमों में सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और नवाज शरीफ की पीएमएल-एन, जमात ए इसलामी समेत सभी बड़ी पार्टियों के लोग शिरकत कर रहे हैं।

जेयूडी ने पाकिस्तान सरकार को चेताया है कि वह भारत को पाकिस्तान की ओर आने वाली नदियों पर बांध बनाने से रोके या फिर इस मसले को निपटाने की जिम्मेदारी ‘कश्मीरी मुजाहिदीनों’ को दे दी जाए।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष सरदार आसिफ अहमद अली का मानना है कि भारत नदियों से पाकिस्तान के पानी का हिस्सा चुरा रहा है।

सिंधु नदी
पानी बहता है
Posted on 22 Apr, 2011 12:19 PM पानी बहता है
चाहे कहीं भी हो पानी
वह बह रहा है

पत्ते पर रखा बूँद बह रहा है
बादल में भी पानी बह रहा है

झील-कुआँ का पानी
बहने के सिवा और वहाँ
कर क्या रहा होता है!

गिलास में रखा पानी भी
दरअसल बह रहा है

घूँट में भी पानी
बह कर ही तो पहुँचता है प्यास तक

सूख रहा पानी भी बह रहा है
अपने पानीपन के लिए
एक गिलास पानी
Posted on 21 Apr, 2011 11:08 AM एक गिलास पानी
घूँट-घूँट भर जाता है जिस से
प्यास का दरिया
और फैल जाती है तृप्ति की लहर

एक गिलास पानी न होता
तो कितना गूँगा होता हमारा प्यार
और रात पार करा देने वाले लम्बे किस्सों का
सूखने से कैसे बचता कण्ठ

एक गिलास पानी कभी-कभी
लेकर आता है यादों का समंदर
जिसमें गिलास को थामे हथेली पर
मुस्कुराहट की धूप पड़ रही है
पानी
Posted on 20 Apr, 2011 02:27 PM पानी है तो धरती पर संगीत हैः
झील-झरनों-नदियों-समुद्र का,
बूँद का-घूँट का!

पानी है तो बानी है
पदार्थ हैं इसलिए कि पानी है
और गूँगे नहीं हैं रंग पानी है
इसीलिए पृथ्वी में घूमने का बल है

पानी भी जब पानी माँग ले
तो समझो कीच-कालिख की
गिरफ़्त में है वक़्त

जि़न्दगानी को जो नोच-खाय
तो जानो उसके आँख का पानी मर गया!
सीपीसीबी द्वारा पुस्तक लेखन के लिए पुरस्कार
Posted on 15 Apr, 2011 04:56 PM

प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण योजना एवं प्रबंधन से संबंधित विषयों पर हिन्दी में मौलिक पुस्तक लेखन के लिए पुरस्कार योजना वर्ष-2011


केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, दिल्ली ने प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण योजना एवं प्रबंधन से संबंधित विषयों पर हिन्दी में अच्छे स्तर की मौलिक पुस्तकें लिखने के लिए जन-साधारण को पुरस्कार देने की योजनाएं 2011 लागू की है। इस योजना की प्रमुख बातें निम्नलिखित हैः

1. योजना का नाम


इस योजना का नाम “प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण योजना एवं प्रबंधन से संबंधित विषयों पर हिन्दी में मौलिक पुस्तक लेखन के लिए पुरस्कार” है।
हाहाकार में न बदल जाए पानी का शोर
Posted on 24 Mar, 2011 05:14 PM

सन् 2020 तक जिस भारत को हम विकसित राष्ट्र की श्रेणी में देखना चाहते हैं, पानी के हाहाकार के आगे

लोक में वर्षा-विचार
Posted on 16 Mar, 2011 12:09 PM नौतपा आये और चले गये। रोहिणी नक्षत्र में सूर्य जिन नौ दिनों में परिभ्रमण करता है समान्यतः यही नो तपा के नौ दिन होते हैं। गांव से अक्सर लोग आते रहते हैं। खेती-किसानी की चर्चा ही उनकी चिन्ता के केंद्र में रहती है। विगत तीन वर्षों से वर्षा की जो अनियमितता इधर निर्मित हुई है, उसने गांव का हुलिया और अधिक दीनहीन बनाया है। गांव से आने वाला प्रत्येक व्यक्ति वर्षा की भविष्यवाणी में उलझा-पुलझा अपनी आशंका का
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