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प्रश्न. नाडेप कम्पोस्ट में कितना पोषक तत्व रहता है।
Posted on 16 Jul, 2011 04:13 PM उत्तर यह अन्य कम्पोस्ट की तुलना में जल्दी तैयार हो जाता है तथा लगभग 1.0 प्रतिशत नत्रजन, 1.5 प्रतिशत फास्फोरस तथा 1.0 प्रतिशत पोटाश के साथ अन्य आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व भी पाये जाते है।

प्रश्न. खेतों में फसलों के अवशेष को जलाना हानिकारक है अथवा लाभदायी है।
Posted on 16 Jul, 2011 04:11 PM उत्तर फसलों के अवशेषों को खेत में ही मिला देना लाभदायी है। अवशेषों को खेत में कभी भी न जलायें। यह एक हानिकारक प्रक्रिया है।

प्रश्न. एकीकृत पोषक तत्व प्रबन्धन क्या हैं।
Posted on 16 Jul, 2011 04:09 PM उत्तर इसे आई.पी.एन.एम. से भी जाना जाता है। इस विधा में संतुलित उर्वरकों का प्रयोग फसल की आवश्यकता के अनुसार किया जाता है। जिसमें जैविक खाद का प्रयोग आवश्यक होता है। जिससे मृदा का स्वास्थ्य टिकाऊ रह सके।

प्रश्न. बायो फर्टीलाइजर के क्रय पर कितनी छूट अनुमन्य हैं।
Posted on 16 Jul, 2011 04:05 PM उत्तर वर्तमान में 90 प्रतिशत की छूट प्रदान की गयी है।

प्रश्न. सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी का उपचार कैसे करें ?
Posted on 16 Jul, 2011 04:04 PM उत्तर 1. जिंक की कमी होने पर - जिंक सल्फेट 21 प्रतिशत अथवा 33 प्रतिशत का प्रयोग करें। 2. लोहा की कमी के लिए - फेरस सल्फेट 19 प्रतिशत। 3. तॉंबा की कमी के लिए - कॉंपर सल्फेट 25 प्रतिशत। 4. बोरान की कमी के लिए -बोरेक्स सल्फेट 11 प्रतिशत। 5. मैगनीज की कमी के लिए -मैगनीज सल्फेट 26 प्रतिशत। 6. मालिब्डेनम की कमी के लिए -अमोनियम मालिब्डेट 54 प्रतिशत का प्रयोग करें।

प्रश्न. फसलों में मुख्य पोषक तत्वों की कमी के क्या लक्षण है मौटे तौर पर बतायें ?
Posted on 16 Jul, 2011 04:02 PM उत्तर नत्रजन की कमी होने पर पौधे बौने रह जाते है, पुरानी पत्तियॉं पहले पीली तथा बाद में सूखने लगती है तथा उत्पादन घट जाता है।

प्रश्न. क्या कारण है कि उर्वरकों के प्रयोग के बावजूद भी उपज नहीं बढ़ रही है।
Posted on 16 Jul, 2011 04:01 PM उत्तर उर्वरक उपयोग द्वारा उपज में वृद्धि न होने के प्रमुख कारण है - उर्वरकों का असन्तुलित उपयोग, द्वितीयक एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी, अनुचित जल प्रबन्धन तथा उर्वरकों की संदिग्ध गुणवत्ता है।

प्रश्न. ऊसरीली मिट्टी बनने का कारण बताएं ?
Posted on 16 Jul, 2011 02:59 PM उत्तर ऊसर बनने के लिए मुख्य रूप से सिंचाई जल तथा मृदा प्रोफाइल में कड़ी परत के होने से सिंचाई करने पर यह समस्या आती है तथा जीवॉंश की कमी भी ऊसर बनने में सहयोग देता है।

प्रश्न. खेती में रासायनिक खादों के लगातार डालने से जो उर्वरा शक्ति कमजोर हुई है उसके समाधान का उपाय बताएं ?
Posted on 16 Jul, 2011 02:55 PM उत्तर मिट्टी परीक्षण के आधार पर रासायनिक खादों के साथ खेत में जैविक खाद जैसे गोबर, वर्मीकम्पोस्ट, हरीखाद, जैव उर्वरक तथा फसलों के अवशेष आदि का प्रयोग अवश्य करें।

प्रश्न. जैव उर्वरक के प्रयोग के बारे में बताएं ?
Posted on 16 Jul, 2011 02:54 PM उत्तर दलहन वाली फसलों में राइजोबियम कल्चर का प्रयोग, धान्य फसलों में एजटोबैक्टर का प्रयोग तथा सभी फसलों में फास्फेट की उपलब्धता हेतु पी.एस.बी. का प्रयोग लाभदायी है। 10 किग्रा बीज के शोधन हेतु 1 पैकेट (200 ग्राम) तथा भूमि उपचार में प्रति एकड़ 20 पैकेट (04 किग्रा) कल्चर 40 किग्रा छनी मिट्टी में मिलाकर प्रयोग करना चाहिए।

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