वीरेन डंगवाल

वीरेन डंगवाल
मल्लाह
Posted on 28 Oct, 2013 03:52 PM

(निराला और त्रिलोचन को)


वैसे इन मल्लाहों में है भुजबल इतना
एक डाँड़ में बीस हाथ गंगा की धारा
कर जाते हैं पार, चट्ट कर जाते पूरी
बोतल फिर भी पलक नहीं ये झपकाते हैं

और अक्ल भी बड़ी तेज है सूँघ हवा को
बतला सकते हैं बरसेगा कब पानी
पैनी दृष्टि थाह लेती है पलक झपकते
डगमग लहरों के नीचे सारी गहराई

मगर जरा हालत तो इनके घर की देखो
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