शिवगोपाल मिश्र
शिवगोपाल मिश्र
विश्व धरती दिवस विशेष
Posted on 11 Apr, 2023 01:03 PMआज के संदर्भ में यह कहा जा सकता है कि किसी को मी भूमि (मिट्टी या मृदा) की फिक्र नहीं है। वास्तव में मिट्टी या मृदा की स्थिति कुरुक्षेत्र की युद्धभूमि में शरशय्या पर लेटे घायल भीष्म पितामह जैसी है। भीष्म पितामह को अर्जुन के बाणों से बिंधने के कारण उतनी पीड़ा नहीं थी जितनी कि महाभारत के युद्ध में हुए भीषण नरसंहार के बाद भारत के भविष्य को लेकर थी। औपचारिकतावश भीष्म के पास बुधिष्ठिर, अर्जुन, कुन्ती
![विश्व धरती दिवस विशेष,PC-jagarn](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-04/21_04_2020-earthday1587451936901_20209990.jpg?itok=etsJ00qF)