शैलेन्द्र चौहान
शैलेन्द्र चौहान
पर्यावरण को लगा पलीता
Posted on 02 Apr, 2015 06:57 AMयह सही है कि हम सब लोग इस दुनिया में मिलकर काम कर रहे हैं, पर साथ ही साथ हम पर्यावरण के लिए खतरे भी पैदा कर रहे हैं। हमें खुद को आगे विकसित करते हुए इन खतरों को पैदा होने से रोकना है और समाज को एक मानव संवेदी परिवार बनाकर चलना है। यह जरूरी है कि हम समाज तथा आने वाली पीढि़यों के प्रति अपने उत्तरदायित्वों को समझें। यह जीवन प्रकृति की वजह से है। प्रकृति ही मनुष्य जाति के लिए जीने के साधन जुटाती रही ह![](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/16382767194_483411642c_4.jpg?itok=zmyifM3F)