राष्ट्रीय सहारा
प्रेरक पांवधोई
Posted on 25 Mar, 2013 04:25 PMआलोक कुमार की इसी प्रतिबद्धता ने पांवधोई कचरा मुक्ति को प्रशासन और पब्लिक के साझे की एक और मिसाल बना दी। निस्संद
इस धरा पर हर जगह गंगा बचानी है हमें
Posted on 11 Apr, 2012 05:11 PMनदियों के संरक्षण व विकास पर विशेषज्ञों ने किया मंथन
17 अप्रैल की गंगा बेसिन प्राधिकरण और गंगा सेवा अभियानम् के बैठक का संभावित एजेंडा
Posted on 03 Apr, 2012 02:48 PMलोक अपेक्षा और सरकारी आश्वासन
मांगें
• अलकनंदा, मंदाकिनी, नंदाकिनी, पिंडर, विष्णुगंगा - पंचप्रयाग बनाने वाली गंगा की इन पांच मूल धाराओं पर बन रही सभी परियोजनायें बंद/निरस्त हों।
• गंगा और गंगा से मिलने वाली सभी नदियों और नालों को प्रदूषित करने वाले चमड़ा-पेपर आदि उद्योगों को कम से कम 50 किमी दूर खदेड़ा जाए।
ग्लोबल वार्मिंग के कारण मानसून विलंब
Posted on 13 Mar, 2009 07:07 PMशिकागो, 1/03,09। ग्लोबल वार्मिंग के कारण अगली सदी तक ग्रीष्मकालीन मानसून में पांच से 15 दिन का विलंब हो सकता है तथा भारत सहित दक्षिण एशिया के बड़े हिस्से में वर्षा का स्तर काफी कम हो सकता है। हाल ही में हुए एक अध्ययन में यह बात सामने आयी है। अध्ययन के अनुसार वैश्विक तापमान में वृद्धि से मानसून पूर्व की आ॓र रूख कर सकता है, जिससे हिंद महासागर, म्यामांर और बांग्लादेश में तो खूब बारिश होगी लेकिन पाकिसमुद्दा : एशियाई देशों में गहराता जल संकट
Posted on 08 Sep, 2008 10:04 PMप्रवीण प्रभाकर/ राष्ट्रीय सहारा/ स्वीडन की राजधानी स्टाकहोम में जल संकट के मुद्दे पर विश्व भर के ढाई हजार चुनिंदा जानकार इकट्ठा हुए। मौका विश्व जल सप्ताह सम्मेलन का था और इस सम्मेलन में इस बात की तस्दीक की गई कि दुनिया के ज्यादातर लोगों को साफ पानी नहीं मिल पा रहा है। तमाम जानकार इस बात पर एकमत दिखे कि साफ पानी की समस्या दिन-ब-दिन गहराती जा रही है और विश्
मुद्दा : वर्षा-बूंदों को सहेजना जरूरी
Posted on 08 Sep, 2008 02:05 PMरेशमा भारती/ राष्ट्रीय सहारा/ देश के अधिकांश शहरों में अत्यधिक दोहन के कारण भूमिगत जलस्तर तो तेजी से घट ही रहा है, नदी, तालाब, झीलें आदि भी प्रदूषण, लापरवाही व उपेक्षा के शिकार रहे हैं। नदी जल बंटवारे या बांध व नहर से पानी छोड़े जाने को लेकर प्राय: शहरों का अन्य पड़ोसी क्षेत्रों से तनाव बना रहता है। शहरों के भीतर भी जल का असमान वितरण सामान्य है। जहां कुछ
नन्हीं आंखों से गायब हुआ बचपन
Posted on 05 Sep, 2008 08:06 AMराष्ट्रीय सहारा/ निवेदिता/एसएनबी/नई दिल्ली : वे सारे बच्चे कतारबद्ध खड़े थे। उनके नन्हें हाथ प्रार्थना की मुद्रा में जुड़े हुए थे। उनकी आंखों से बचपन गायब था। एक दिन में ही कोसी ने उन्हें बड़ों की दुनिया में लाकर खड़ा कर दिया। बच्चे पटना के रेलवे स्टेशन पर अपनी पारी का इन्तजार कर रहे थे कि कब उन्हें दिन का खाना मिलेगा। ये वही बच्चे हैं जिसे कोशी ने बेघर कर दि
हाथ धोने की आदत विकसित करने में मददगार हैं ये नवाचार
Posted on 14 Nov, 2023 03:32 PMसाबुन से हाथ धोना कई बीमारियों के खिलाफ सबसे प्रभावी उपचार माना जाता है। जागरूकता के बावजूद, हाथों की उचित स्वच्छता की आदत का अभाव होने के कारण इसका पालन नहीं किया जाता है। दुनिया के कई देशों में पानी की कमी है तो कहीं साबुन की उपलब्धता नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में हर साल 30 हजार महिलाओं और 4 लाख बच्चों को हाइजीन के कारण 1.