राजेन्द्र तिवारी राजु

राजेन्द्र तिवारी राजु
नदियों का सौदा
Posted on 24 Jun, 2011 10:10 AM
नदियों का किसने ये सौदा किया है
मेरे घरों में छापा पड़ा है।
दो कट्टा बजरी, रेता मिला है
टूटे दरख्तों का पट्टा मिला है।

वी.पी.एल चावल, आटा, रूपया
अणतीस का चैक-सूखा राहत मिला है,
उँचे डैमौ ने रूलाया बहुत जो
पूरा शहर यूँ, डूबा पड़ा है
बेड़ी बॅधे हैं, झोपड़ी वाले,
भेडि़या सारे खुले पड़े हैं।
नदियों का किसने ये - -।
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