प्रेम पंचोली

प्रेम पंचोली
सिखों का कैलाश मानसरोवर, हेमकुण्ड साहिब
Posted on 13 Feb, 2017 12:45 PM

हेमकुंड झील की रंगत ही निराली है। यह पल-पल अपना रंग बदलती है। सूरज की पहली किरण से, बादलो

hemkund lake
जल प्रदूषण और जल संकट का गढ़ बनता पिथौरागढ़
Posted on 13 Feb, 2017 11:11 AM


पिथौरागढ़ नगर के सभी प्राकृतिक जलस्रोतों की हालत बदतर होती जा रही है। देख-रेख के अभाव के कारण इन जलस्रोतों के आसपास कूड़े के ढेर बनने लगे हैं। अभी सर्दी का मौसम है मगर गर्मियों में यही हाल रहा तो ये सूखने की कगार पर आ रहे प्राकृतिक जलस्रोत ही बीमारियों को न्यौता देेंगे। बता दें कि पहाड़ों में अधिकांश गाँव उसी स्थान पर बसे हैं जहाँ प्रकृतिक जलस्रोत मौजूद हैं।

पिथौरागढ़ में नौला
बिन पानी का दृष्टि पत्र, संकल्प पत्र और घोषणा पत्र
Posted on 09 Feb, 2017 01:17 PM

विधानसभा चुनाव 2017 पर विशेष


पानी2017 के विधानसभा चुनाव में उत्तराखण्ड में कांग्रेस, भाजपा, सपा, बसपा सहित लगभग दो दर्जन से अधिक राजनीतिक पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। कुल 70 विधानसभाओं के लिये 634 उम्मीदवार मैदान में हैं। कांग्रेस ने संकल्प पत्र और भाजपा ने दृष्टि पत्र तथा बाकि अन्य पार्टियों ने घोषणा पत्र जारी किया है।

पूर्व के चुनाव की भाँति इस बार भी लोक-लुभावन वायदे के साथ ये पार्टियाँ अपने-अपने घोषणा पत्र में विकास की इबारत लिखने की बात करने से बाज नहीं आये। ताज्जुब हो कि एक भी ऐसा वायदा नहीं है जिसके सुहावने सपने इनके घोषणा पत्र में अंकित ना हो। बस! एक बात को इन पार्टियों ने बेपरवाह कर दी कि जिन मुद्दों व वायदों के साथ आजकल ये पार्टियाँ लाउडस्पीकर लेकर घूम रहे हैं वे वायदे कैसे जीवित रहेंगे इसकी फिक्र शायद इन्हें नहीं है।

पानी
प्राकृतिक संसाधनों के दोहन और संरक्षण पर जन घोषणा पत्र
Posted on 05 Feb, 2017 04:29 PM

विभिन्न आध्यात्मिक संस्थाओं, आन्दोलनकारी समूहों, पंचायत प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों, ब

Forest
छब्बीस वर्ष का हो चुका है रामणी का जंगल
Posted on 04 Feb, 2017 04:30 PM

यूँ तो उत्तराखण्ड के लोगों की संस्कृति में वन संरक्षण का बीज कूट-कूट कर भरा है। पर जब बात आती है इस राज्य के टिहरी और चमोली जनपद की तो यही से विश्वविख्यात चिपको आन्दोलन की शुरुआत हुई थी। जो आग आज भी लोगों के जेहन में सुलगती हुई नजर आ रही है। चमोली जनपद के घाट विकासखण्ड के अर्न्तगत रामणी एक ऐसा गाँव है जो कई प्रकार के इतिहास को समेटे है, मगर मौजूदा समय में खास प्रचलित है रामणी गाँव का ‘जंगल’।
हरियाली की चादर ओढ़े रामणी गाँव
बर्फबारी से गुलजार हुआ उत्तराखण्ड
Posted on 24 Jan, 2017 04:00 PM

एक तरफ बर्फ के कारण राज्य में शीत लहर बढ़ गई तो दूसरी तरफ लोग
snow fall
22 हजार पनचक्कियों से उत्पादित होगी 35 हजार मेगावाट बिजली
Posted on 08 Jan, 2017 05:01 PM


पनचक्की (घराट)उत्तराखण्ड राज्य के अक्षय ऊर्जा विभाग ने एक आँकड़ा प्रस्तुत किया है कि राज्य में 22 हजार घराट (पनचक्कियाँ) मौजूद हैं। इन्हें अब वे सरसब्ज करके ऊर्जा पैदा करने के लिये विकसित करेंगे। बाकायदा डीपीआर भी बन चुकी है।

पनचक्की (घराट)
जल संस्कृति बनाम भौतिकवादी संस्कृति
Posted on 02 Jan, 2017 04:24 PM


आज की भौतिकवादी सभ्यता ‘पानी’ को व्यावसायिक दृष्टि से आँकने लगी है। इस परिस्थिति में जल संस्कृति को जीवित रखना बहुत कठिन कार्य होता जा रहा है। एक तरफ लोग पानी से व्यवसाय कमाना चाह रहे हैं। दूसरी तरफ लोगों का मानना है कि जल एक प्रकृति प्रदत्त पदार्थ है।

गंगनानी धारा
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