कृष्ण गोपाल 'व्यास’
नर्मदा प्रदूषण की रोकथाम के लिए प्रयासों का आगाज
Posted on 22 May, 2015 03:33 PMहर्ष का विषय है कि मध्यप्रदेश सरकार, इस साल, नर्मदा के किनारे बसे पाँच विकासखण्डों में जैविक खेती के लिए किसानों को रियायती दरों पर जैविक खाद और कीटनाशक उपलब्ध करावेगी। मध्यप्रदेश सरकार का मानना है कि इससे दो फायदे होंगे। पहला फायदा - नर्मदा का पानी प्रदूषण मुक्त होगा। दूसरा फायदा - जैविक खेती से उत्पादन बढ़ेगा। जैविक फसल के अच्छे दाम मिलने से किसानों की आ
भूजल दोहन को लक्ष्मण रेखा की तलाश
Posted on 27 Apr, 2015 12:40 PM
भारत में भूजल का दोहन लगातार बढ़ रहा है। वैज्ञानिकों सहित अनेक लोगों को लगता है कि यह दोहन लक्ष्मण रेखा लाँघ रहा है। ग़ौरतलब है कि पूरे विश्व में भूजल दोहन के मामले में हम पहली पायदान पर हैं। भारत का सालाना भूजल दोहन लगभग 230 घन किलोमीटर है। यह दोहन पूरी दुनिया के सालाना भूजल दोहन के 25 प्रतिशत से भी अधिक है।
गंगा कछार सँवारें : गंगा सँवरेगी
Posted on 24 Feb, 2015 10:48 AM
केन्द्र सरकार ने वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी है। गंगा सफाई के लिये विचार-विमर्श का दौर खत्म हो चुका है। पहले चरण में गंगा से मिलने वाले 144 नालों और उससे लगी औद्योगिक इकाईयों के प्रदूषण को सख्ती से बन्द किया जाएगा। गन्दे नालों और प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाईयों को हटाने का काम जून 2016 तक पूरा हो जाएगा। अगले छह माह में तकनीकी काम प्रारम्भ हो जाएगा। कामों की निगरानी, नवगठित टास्कफोर्स करेगी।
सन् 1986 में जब भारत सरकार ने गंगा एक्शन प्लान (प्रथम) प्रारम्भ किया था तब सोचा गया था कि उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के, गंगा तट के 25 शहरों की गन्दगी को रोकने मात्र से गंगा का पानी स्नान योग्य हो जाएगा। प्लान के अनुसार काम हुआ, सीवर ट्रीटमेंट प्लान्ट बने पर बात नहीं बनी।
प्रकृति नियन्त्रित जल प्रबन्ध
Posted on 21 Jan, 2015 09:48 AMआदिकाल से पृथ्वी पर पानी का प्रबन्ध, प्रकृति, करती आई है। यह प्रबन्ध, प्रकृति द्वारा पानी को सौंपे गए लक्ष्यों की पूर्ति का प्रबन्ध है जिसे वह, प्राकृतिक घटकों की सहायता से पूरा कर रहा है। वे घटक, एक ओर जहाँ विभिन्न कालखण्डों में मौजूद जीवन की निरन्तरता एवं विकास यात्रा को निरापद परिस्थितियाँ उपलब्ध कराते रहे हैं तो दूसरी ओर भौतिक, रासायनिक एवं जैविक प
पेयजल मानक : समझने की दुश्वारियाँ
Posted on 05 Jan, 2015 12:12 PMसारी दुनिया में अधिकांश बीमारियाँ अशुद्ध पानी पीने के कारण होती हैं। इस बात को ध्यान में रखकर भारत सरकार ने पीने के पानी की शुद्धता के मापदण्ड (¼ Indian Standard Drinking Water Specification (BIS 10500 : 2009) तय किए हैं। इन मापदण्डों की कुल संख्या 34 है। उनमें पानी के भौतिक गुण, रासायनिक गुण और बैक्टेरालाजिकल गुण सम्मिलित है। पानी सप्लाई करने वाली संस्था का दायित्व है कि वह उनका सख्ती से
सांसद आदर्श ग्राम योजना : समावेशी विकास का ब्लू प्रिन्ट
Posted on 13 Dec, 2014 02:19 PMमहात्मा गांधी मानते थे कि गाँवों की सेवा करने से ही सच्चे अर्थों में ग्राम स्वराज की स्थापना होगी। उनकी कल्पना का गाँव ऐसा आदर्श गाँव था जो अपनी महत्वपूर्ण जरूरतों के मामले में आत्मनिर्भर हो। इतना आत्मनिर्भर होगा कि वह अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिये पड़ोसियों पर भी निर्भर नहीं होगा। यदि कुछ जरूरतें, जिनके लिये सहयोग अनिवार्य है, बच रहतीं हैं, तो वह पड़ोसियों की मदद लेगा। गाँव में अपनी खु