कनक तिवारी

कनक तिवारी
पानी का पैसा
Posted on 26 Sep, 2012 03:16 PM
असीम मुनाफे के उपासक भारत में पानी के निजीकरण के लिए दिन रात जुटे हुए हैं और काफी तैयारियां कर ली भी गई हैं। विशेषज्ञों तथा नौकरशाही को समझाकर अपने खेमे में मिला लिया गया है। हर कोई पानी के निजीकरण के नए मंत्र का जाप करता दिखाई दे रहा है। बहती नदियों के दोनों किनारों पर उद्योगों के कालेधन को सफेद बनाने के नाम पर फार्म हाउस बन गए हैं। जिस पानी को राह चलते राहगीरों को पिलाने में अपार सुकून मिलता
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