कामनी ‘मंशुल’

कामनी ‘मंशुल’
उधार का पानी
Posted on 26 Apr, 2015 11:52 AM

प्यासे को पानी पिलाना पुण्य का काम होता था। पंछियों और पशुओं की प्यास का भी ख्याल किया जाता था

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