ज्ञानेन्द्र रावत
प्रदूषित पानी आज भी एक भीषण समस्या
Posted on 10 Apr, 2017 04:18 PM
आज समूची दुनिया प्रदूषित पानी की समस्या से जूझ रही है। हालात इतने विषम और भयावह हैं कि प्रदूषित पानी पीने से आज इंसान भयानक बीमारियों की चपेट में आकर अनचाहे मौत का शिकार हो रहा है। असलियत यह है कि पूरी दुनिया में जितनी मौतें सड़क दुर्घटना, एचआईवी या किसी और बीमारी से नहीं होतीं, उससे कई गुणा अधिक मौतें प्रदूषित पानी पीने से उपजी बीमारियों के कारण होती हैं।
यदि संयुक्त राष्ट्र की मानें तो समूची दुनिया में हर साल आठ लाख लोगों की मौत केवल प्रदूषित पानी पीने से होती है। संयुक्त राष्ट्र की बीते दिनों जारी एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एशिया, लैटिन अमरीका और अफ्रीका में हर साल तकरीब 35 लाख लोगों की मौतें दूषित पानी के सम्पर्क में आने से होने वाली बीमारियों के चलते होती हैं। गरीब देशों में यह समस्या और गम्भीर है।
खतरे में ग्लेशियरों का अस्तित्व
Posted on 04 Apr, 2017 03:48 PMहिमालय के बहुतेरे ग्लेशियर हर साल दस से बारह मीटर तक पीछे खिस
आसान नहीं स्थायी न्यायाधिकरण से जल विवादों का हल
Posted on 25 Dec, 2016 10:04 AMसवाल यह उठता है कि इतने सारे न्यायाधिकरण, प्राधिकरण होने के ब
आखिर कौन है वन्यजीवों का पुरसाहाल
Posted on 12 Dec, 2016 10:13 AMकरोड़ों साल से अपनी गोद में जीव-जन्तुओं को जीवन देती आई धरती
आसान नहीं एसवाईएल नहर विवाद का हल
Posted on 14 Nov, 2016 11:51 AM
बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार द्वारा बनाए गए सतलुज यमुना लिंक नहर समझौते को निरस्त करने वाले कानून को असंवैधानिक करार दे दिया। इससे सुप्रीम कोर्ट का सन 2002 और 2004 का आदेश प्रभावी हो गया है जिसमें कहा गया था कि केन्द्र सरकार नहर का कब्जा लेकर लिंक नहर का बकाया निर्माण पूरा कराए।
जंगलों के अभाव में कैसे जिएँगे हम
Posted on 07 Nov, 2016 02:15 PM
आज समूची दुनिया में जंगल जिस तेजी से खत्म हो रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि वह दिन अब दूर नहीं जब जंगलों के न रहने की स्थिति में धरती पर पाई जाने वाली वह बहुमूल्य जैव सम्पदा बहुत बड़ी तादाद में नष्ट हो जाएगी जिसकी भरपाई फिर कभी नहीं हो पाएगी।
परम्परागत सिंचाई के साधनों से क्यों विमुख हैं हम
Posted on 18 Sep, 2016 12:27 PM
आजकल कावेरी के जल के बँटवारे से जुड़ा विवाद चर्चा का विषय बना हुआ है। वैसे तो देश में इस विवाद के अलावा भी दूसरे राज्यों में जल के बँटवारे को लेकर बहुतेरे विवाद चर्चा में हैं। इनमें कृष्णा नदी जल विवाद, नर्मदा नदी जल विवाद, गोदावरी नदी जल विवाद, सतलुज-यमुना लिंक नहर विवाद और मुल्ला पेरियार बाँध से जुड़े विवाद प्रमुख रूप से चर्चित हैं। इनको लेकर राज्यों में आज भी टकराव कायम है।
जरूरी है जल की निगरानी का सवाल
Posted on 17 Sep, 2016 03:31 PMविश्व जल निगरानी दिवस, 18 सितम्बर पर विशेष
आसान नहीं है कावेरी जल विवाद का समाधान
Posted on 15 Sep, 2016 04:34 PMबीती 5 सितम्बर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा कर्नाटक को कावेरी नदी का 15 हजार क्यूसेक पानी तमिलनाडु के लिये रोजाना छोड़ने के आदेश के बाद से कर्नाटक जल रहा है। वहाँ किसानों और कन्नड़ समर्थक संगठनों के प्रदर्शन, रास्ता रोको आन्दोलन, तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी, ट्रकों को फूँके जाने के सिलसिले के चलते बंगलुरु के 16 थाना क्षेत्र में कर्फ्यू है। हाईवे बन्द हैं।