हृदय नारायण दीक्षित

हृदय नारायण दीक्षित
पर्यावरण भी हमारे परिवार का ही हिस्सा है
Posted on 03 Jul, 2012 03:58 PM
वर्षा हमारा जीवन रस है और पर्जन्य प्रसाद। पर्जन्य वर्षा कराने वाली प्रकृति की व्यवस्था है और ऐसी ही दिव्यशक्तियों को देवता कहा जाता है। आधुनिक विज्ञान जिसे पर्यावरण चक्र या इकोसाइकिल कहता है ऋगवेद के ऋषि उसे पर्जन्य कहते हैं। हमारा पर्यावरण भी हमारे जीवन चक्र का एक अंग है समझा रहे हैं हृदय नारायण दीक्षित।
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