हरिशचंद्र

हरिशचंद्र
उर्मिल बांध से भी नहीं सुलझी पेयजल समस्या
Posted on 13 Feb, 2013 12:45 PM
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सरकारों के बीच 1978 में हुए करार के बाद दोनो राज्यों के महोबा व छतरपुर जनपदों की तहसील में उर्मिल बांध का निर्माण शुरू हुआ था। यह 1995 में 33.22 करोड़ की लागत से पूरा हुआ। अनुबंध के अनुसार 40-60 फ़ीसदी जल बंटवारा व बांध के रख-रखाव पर होने वाला खर्च भी इसी मानक से तय किया गया था। लेकिन बांध के निर्माण के बाद से मध्यप्रदेश सरकार ने आज तक एक फूटी कौड़ी उत्तर प्रदेश सरका
पानी के साधनों पर दबंगों के कब्जे से आम लोग परेशान
Posted on 23 May, 2011 01:58 PM

इन तालाबों का सुध न लेकर मॉडल तालाबों का निर्माण कराकर करोड़ों रुपए फूंके, लेकिन एक भी मॉडल त

बुंदेलखंड में पीने के पानी के लिए हाहाकार
Posted on 04 May, 2011 11:15 AM

घटिया क्वालिटी की बेतरतीब बिछाई गई 90 किमी पाइप लाइन इस परियोजना में धांधली की पोल खोल रही है।

भीषण जल संकट से जूझ रहा है बुंदेलखंड
Posted on 23 Jun, 2010 09:48 AM
महोबा, 22 जून। भूगर्भ से ज्यादा मात्रा में पानी का दोहन होने के कारण बुंदेलखंड के तमाम इलाके ग्रे श्रेणी में आने से पीने के पानी के लिए लोगों में मारामारी मची है। कई जनपदों के क्षेत्र डार्क श्रेणी में जाने से लोग परेशान हैं। राजीव गांधी राष्ट्रीय पेयजल मिशन व भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग की चेतावनी के बावजूद पूरे बुंदेलखंड में सरकार जल संकट से बचाने की ठोस योजना तैयार नहींकर पाई। नीतियों की अनदेखी
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