दमोह से

दमोह से
बंजर बनाया तीर्थ, तीरथ पटेल ने
Posted on 12 Nov, 2013 04:45 PM
11 नवम्बर 2013, ग्राम नादिया महूना, पटेरा, दमोह। तीरथ पटेल मूलरूप से जबलपुर के पाटन के प्रवासी हैं। लगभग 6 वर्ष पूर्व वे पाटन से नादिया-महूना में आए। और खेती के लिए जमीन खरीदी, जिस क्षेत्र में जमीन ली, वहां सिचाई हेतु पानी की पर्याप्ततीरथ पटेल के तालाब पर शंकर गौतमतीरथ पटेल के तालाब पर शंकर गौतम
देखादेखी का तालाब
Posted on 13 Nov, 2013 03:45 PM 9 नवंबर 2013, मढ़ियाकमल, हटा, दमोह। मढ़ियाकमल के संतोष पटेल ने पिछले वर्ष ही बहुत सुंदर तालाब बनाया है। अब तालाब दो एकड़, 7-8 फीट गहरा सोने का कुंभ बन गया है। उन्होंने जहां तालाब बनाया है, वहां उनकी 22 एकड़ खेती है, जो तालाब से पहले असिंचित ही थी।
आज बीस में, कल साठ में सींचेगा हमारा तालाब - रुपेश पटेल
Posted on 13 Nov, 2013 03:34 PM 11 नवंबर 2013, छेवला, दमोह। पटौंहा पंचायत का हिस्सा है गांव छेवला। वहां जाने पर रतिराम पटेल जी के बेटे रुपेश पटेल से मुलाकात हुई। रुपेश पटेल ने बताया कि उनका दो एकड़ में तालाब बन रहा है। सचमुच में हमने देखा भी। 35-40 फीट गहरा, खूब मोटी पाल का एक खूबसूरत तालाब बनने की प्रक्रिया में है। नवंबर 2012 में ही उन्होंने काम शुरू किया था। तालाब की पाल बना ली है। पाल उन्होंने चेन वाली पोकलैंड मशीनों से बनवाई
पहले घर में, अब गोदाम में रखा जाता है अनाज
Posted on 12 Nov, 2013 04:15 PM 11 नवम्बर 2013, नीमरमुंडा, हटा, दमोह, म.प्र.। निमरमुंडा के पप्पू गौतम की पारिवारिक जमीन 80 एकड़ है। सिंचाई का कोई साधन नहीं था। खेत पड़ती पड़ी रहते थे, घास तक नही होती थी एवं पानी की समस्या चारों ओर थी। गांव में चारों ओर पानी की किल्लत रहती थी। सिंचाई का पानी तो छोडि़ए, गर्मिंयों में तो पीने के पानी के लाले पड़ जाते थे।
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