दैनिक जागरण

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सवाल साँसों का
Posted on 19 Nov, 2016 02:35 PM

करीब दो सप्ताह से पूरा उत्तर भारत विषैली गैसों का चैम्बर बना हुआ है। आमतौर पर देश के बड़े शहरों की यह दुर्गति सदा-सर्वदा के लिये रहने लगी है, लेकिन इन दिनों हवा इतनी जहरीली हो गई है कि उसे प्राणवायु की जगह प्राणघातिनी कहना ज्यादा तर्कसंगत लगता है। लोग मास्क लगाकर बाहर निकल रहे हैं। वायु में प्रदूषक तत्वों की मात्रा सुरक्षित स्तर से कई गुना ज्यादा हो ग
दिल्ली में जानलेवा हो रहा है स्मॉग
सबसे खूबसूरत शहर तबाह
Posted on 26 Aug, 2016 09:47 AM

रोम, रायटरः मध्य इटली के पर्वतीय इलाके में बुधवार तड़के जोरदार भूकम्प से जानमाल का बड़ा नुकसान हुआ। रिक्टर पैमाने पर 6.2 की तीव्रता वाले झटके ने पिछले साल सबसे खूबसूरत शहर का तमगा हासिल करने वाले एमट्रिस को तबाह कर दिया। पास के एकुमोली शहर को भी भारी नुकसान हुआ है। दोनों शहरों में हजारों घर ढह गए। 120 लोग मारे गए। राहत कर्मियों ने कई लोगों को मलबे से जिंदा निकाला। मलबे में अभी भी कई लोग दबे
योगी और बालियान के गाँवों में हाँफ रही योजना
Posted on 07 Aug, 2016 10:40 AM

आदर्श गाँव घोषित होने के बाद 130 घरों में शौचालय बनवाए गए हैं
आपदाओं को आमंत्रण
Posted on 24 Jul, 2016 10:06 AM

उत्तराखण्ड में प्राकृतिक आपदाओं पर चंद्रशेखर जोशी के विचार
जून में कम जुलाई में झमाझम
Posted on 23 Jul, 2016 03:39 PM

मानसून के चार महीनों में से पहला जून बीत गया। इस महीने 11 फीसद कम बारिश हुई। मौसम विज्ञानी इसकी वजह मानसून आने में देरी को बता रहे हैं। हालाँकि देश के 36 मौसमी प्रभागों के दो तिहाई में जून के दौरान बारिश या तो सामान्य रही है या फिर अधिक हुई है। खरीफ की फसल और जल भण्डारण को लेकर जुलाई महीना बहुत अहम है। अनुमान है कि इस महीने बारिश जून की कसर भी पूरी कर देगी। कमोबेश यही हाल अगस्त महीने का भ
रेगिस्तान न बन जाए दुनिया
Posted on 17 Jul, 2016 01:15 PM

बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग, खनन और पेड़ों की कटाई। ये तीनों विश्व के सामने एक गंभीर समस्या उत्पन्न कर रहे हैं। इनके कारण मौसम चक्र गड़बड़ा रहा है जिससे विश्व के अधिकांश स्थान सूखाग्रस्त हो रहे हैं। साथ ही भूमि रेगिस्तान में तब्दील हो रही है। इस खतरे के प्रति लोगों को जागरूक करने और निपटने के लिये संयुक्त राष्ट्र हर साल 17 जून को ‘वर्ल्ड डे टू कॉम्बैट डजर्टीफिकेशन एंड ड्रॉट’ के रूप में मनाता है
पहाड़ से मैदान तक पानी पर संकट
Posted on 07 Jun, 2016 04:04 PM

संगम किनारे भी सिकुड़ने लगीं यमुना

तालाबों से अवैध कब्जे हटवाएँ - अखिलेश
Posted on 07 Jun, 2016 12:43 PM
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कमिश्नर व जिलाधिकारी तालाबों से अवैध कब्जे हटवाएँ। इसमें कोताही नहीं होनी चाहिए। हम पानी पर कोई राजनीति नहीं कर रहे। शनिवार को चरखारी में आठ तालाबों का लोकार्पण व जय सागर के कुएँ में सोलर पम्प का शुभारम्भ करने पहुँचे मुख्यमंत्री ने तालाबों की खोदाई की प्रशंसा की। उन्होंने कई बार अधीक्षण अभियन्ता विनय कुमार श्रीवास्तव का नाम लेकर कहा कि उन्होंने उनके भरोसे को कायम
परिश्रम से बने पानीदार
Posted on 06 Jun, 2016 11:21 AM

एक समय सूखे के कारण देश के कुछ इलाकों की स्थिति काफी चिन्तनीय थी। सिंचाई और पीने का पानी लगभग खत्म था, बेरोजगारी बढ़ी थी, महिलाएँ दूरदराज क्षेत्रों से पानी लाती थीं और पलायन तेज था। मौसमी हालात यानी बारिश की स्थिति यहाँ आज भी वैसी ही है, लेकिन लगन और मेहनत से यहाँ के लोगों ने प्रतिकूल परिस्थितियों को अनुकूल बना लिया। इनमें से कई स्थानों में सालाना 250 मिमी से भी कम वर्षा होती है। लेकिन वर्षा
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