डाॅ. सेवा नन्दवाल

डाॅ. सेवा नन्दवाल
जल संरक्षण
Posted on 29 Dec, 2015 03:50 PM

अनुपम सौगात है
वर्षाजल जो बरसकर
दौड़ रहा द्रुत गति से
उसे किसी भाँति अंकुश लगा
चलना सिखा दें।
जहाँ पानी चल रहा हो
उसे प्रयास कर
धीमी गति से
रेंगना सिखा दें।
और जहाँ देखें रेंगता हुआ
उसे घेर-पकड़ कर
धरती मैया की
कोख में पहुँचा दें।
ताकि जरूरत पड़ने पर
निकाल सके जल संचित
यही है जल संरक्षण
का बेमिसाल उपाय।
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