डा. प्रमोद सिंह

डा. प्रमोद सिंह
जल प्रदूषण निवारण एवं जनता की भूमिका (Water pollution prevention and public role)
Posted on 06 Mar, 2017 01:38 PM

‘जल ही जीवन है।’ यह कथन आदिकाल से चला आ रहा है। सृष्टि की उत्पत्ति के जो मूलभूत पाँच तत्व कहे गए हैं, उनमें जल का महत्त्व सर्वोपरि है क्योंकि यही रस रूप होकर प्राणियों को जीवन प्रदान करता है। जीवन को निरोग एवं स्वच्छ रखने के लिये जल की शुद्धता बरकरार रखनी आवश्यक है। गंगा आदि नदियों में स्नान का जो महात्म्य हमारे धर्म-ग्रन्थों में वर्णित है, उसके मूल में तथ्य यह है कि गंगा के जल में हिम
पर्यावरण संरक्षण के सतत प्रयास (Efforts For Environment Conservation)
Posted on 07 Jul, 2016 03:11 PM

आज का मानव मशीन की तरह कार्य करता है। उसने आणविक एवं जैविक हथियारों का विकास कर लिया है।

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