बिपिन चन्द्र चतुर्वेदी

बिपिन चन्द्र चतुर्वेदी
फतेहपुर के ग्रामीण फ्लोराइड के शिकार
Posted on 18 Dec, 2009 06:59 PM
बिपिन चन्द्र चतुर्वेदी

उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद और कानपुर के बीच बसे फतेहपुर जिले की जमीन खेती के दृष्टि से काफी उपजाऊ मानी जाती है। इस जिले का एक छोर गंगा के तट पर तो दूसरा छोर यमुना के तट पर है। दो नदियों के बीच बसे होने के कारण फतेहपुर जिले में भूजल प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। इसी क्षेत्र में धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण क्षेत्र है ‘भिटौरा विकासखंड’ जो कि ठीक गंगा के किनारे बसा हुआ है। पुराणों के अनुसार इस स्थान पर महर्षि भृगु ने लम्बे समय तक तप किया था। इसी कारण काफी समय तक इस गांव को ‘भृगु थौरा’ नाम से जाना जाता था, जो बाद में ‘भिटौरा’ हो गया। इस जगह गंगा की धारा उत्तरवाहिनी हो गई है,

मनुष्य के मुकाबले बाघ को ज्यादा तरजीह
Posted on 16 Dec, 2009 02:26 PM
बिपिन चन्द्र चतुर्वेदी
जीं हां, भारत की बहुचर्चित नदीजोड़ परियोजना के अंतर्गत प्रस्तावित केन बेतवा परियोजना के मामले में मनुष्यों के मुकाबले बाघ को ज्यादा तरजीह मिली है। ऐसा हमारे देश के केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री श्री जयराम रमेश कह रहे हैं। अभी हाल ही में उन्होंने कहा है कि, ‘‘मुझे यह जानकर धक्का लगा कि अभी तक जिस एकमात्र नदीजोड़ परियोजना ‘केन-बेतवा’ पर काम आगे बढ़ा है, उसमें पन्न्ना बाघ अभयारण्य भी शामिल है।’’ इस नदीजोड़ परियोजना से पन्ना बाघ अभयारण्य का कम से कम 4500 हेक्टेयर क्षेत्र पानी में डूब जाने की आशंका है। वन्यजीव विशेषज्ञ पी. के. सेन का कहना है कि, ‘‘पन्ना वन्यजीव अभयारण्य की भूमि के कुछ हिस्सों को स्थानांतरित करने का प्रस्ताव पर्यावरण मंत्रालय के समाने रखा जाना है, लेकिन वन्यजीवों के आवास के खतरे को देखते हुए इस पर किसी कीमत पर सहमति नहीं दी जानी चाहिए।’’
केरल में पंपा नदी घाटी संरक्षण के लिए विशेष प्राधिकरण
Posted on 19 Sep, 2009 04:48 PM

केरल विधानसभा ने पंपा नदी घाटी प्राधिकरण विधेयक को पारित कर दिया है। इस विधेयक के तहत पंपा नदी घाटी एवं उसके जल संसाधनों का संरक्षण किया जाएगा। विधेयक के तहत एक प्राधिकरण बनाया जाएगा, जो पंपा कार्य योजना के मुताबिक नदी के संरक्षण के उद्देश्यों को हासिल करने के लिए अलग-अलग परियोजनाएं चलाने वाला वैधानिक निकाय होगा। नदी और इसकी घाटी को अलग ईकाई माना जाएगा। नदी में जल की गुणवत्ता, प्रदूषण रोकना आदि

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