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विपथक बंध (Diversion bunds) / नालियां
Posted on 06 Sep, 2008 12:18 PMइनका निर्माण वर्षाजल अपवाह को सुरक्षित जल संग्राहक तालाबों / बांधो में पहुंचाना होता है। ये एक प्रकार की नालियां होती है जिन्हें ढलान के निचले हिस्से में 0.5 प्रतिशत से 1.0 प्रतिशत तक का ढाल देकर बनाया जाता है। यह जल संग्रहण तालाबों (Water harvesting ponds) का अभिन्न हिस्सा है। विपथक बंधों को स्थायित्व प्रदान करने के लिये सिमेन्ट लाईनिंग, ईंट की दीवार अथवा घटांके
Posted on 06 Sep, 2008 12:13 PMसतही अपवाह को भंडारित करने वाली एक ढंकी हुई भूमिगत सरंचना जिसे स्थानीय भाषा मं टंका कहते है। इस प्रकार के टंके भारत के शुष्क प्रदेशों में अधिकांश रूप से प्रयोग में लाये जाते है। टंका 3 से 4 मी. व्यास का एक गोल गङ्ढा खोदकर उसके आधार एंव किनारे की दीवारों को 6 मी.मी. मोटे लाईम मोर्टार या 3 मी.मी.खोदकर तालाबों का निर्माण एंव भंडारण टंकियां
Posted on 06 Sep, 2008 11:58 AMखोदकर बनाए गये तालाबों का निर्माण सामान्यतया समतल क्षेत्रों में किया जाता है। तालाब के निर्माण के लिये क्षेत्र के सबसे नीचले हिस्से का चुनाव किया जाता है जहां वर्षा जल अपवाह को आसानी से ले जाया जा सके। सर्वप्रथम आवश्यकतानुसार तालाब की सीमारेखा निर्धारित कर खुदाई शुरू की जाती है और खुदाई की गई मिट्टी को तालाब के चारों तरफ एक मजबूत मेंड के रूप में जमाकर रोल

आवरण फसल (Cover Crop) एंव पलवार (Mulching)
Posted on 06 Sep, 2008 11:05 AMआवरण फसल का प्रयोग उन फसलों में किया जाता है जिनकी 2 लाइनों
समोच्च खेती (Contour farming)
Posted on 06 Sep, 2008 10:54 AMसमोच्च खेती क्षरण नियंत्रण, नमी सरंक्षण एंव फसल उत्पादकता ब
समोच्च खाईयां (Contour ditching)
Posted on 06 Sep, 2008 10:47 AMएक समान अन्तराल पर समोच्च रेखा के साथ साथ नीचे दिखाए गये चित्रानुसार खाईयां बनाई
भूमि समतलीकरण (Land leveling)
Posted on 06 Sep, 2008 10:38 AMइस तकनीक के अन्तर्गत हल्के ढलान वाली उबड़-खाबड़ भूमि को कृषि उपकरणों की सहायता से