जोधपुर जिला

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एक अध्ययन: पंचायत समिति मण्डोर की भूजल स्थिति
Posted on 30 Oct, 2015 03:33 PM
पंचायत समिति, मण्डोर (जिला जोधपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जोधपुर जिले में 7098 मिलियन घन मीटर थी जो अब 5610 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
एक अध्ययन: पंचायत समिति लूणी की भूजल स्थिति
Posted on 30 Oct, 2015 03:16 PM
पंचायत समिति, लूणी (जिला जोधपुर) संवेदनशील श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जोधपुर जिले में 7098 मिलियन घन मीटर थी जो अब घटकर 5610 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
एक अध्ययन: पंचायत समिति बिलाड़ा की भूजल स्थिति
Posted on 30 Oct, 2015 01:38 PM
पंचायत समिति, बिलाड़ा (जिला जोधपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जोधपुर जिले में 7098 मिलियन घन मीटर थी जो अब घटकर 5610 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
एक अध्ययन: पंचायत समिति भोपालगढ़ की भूजल स्थिति
Posted on 30 Oct, 2015 01:16 PM
पंचायत समिति, भोपालगढ़ (जिला जोधपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों में बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जोधपुर जिले में 7098 मिलियन घन मीटर थी जो अब 5610 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
एक अध्ययन : पंचायत समिति बालेसर की भूजल स्थिति
Posted on 30 Oct, 2015 12:43 PM
पंचायत समिति, बालेसर (जिला जोधपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जोधपुर जिले में 7098 मिलियन घन मीटर थी जो अब घटकर 5610 मिलियन घन मीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पर्यावरण क्रांति के प्रेरक थे श्रीकृष्ण
Posted on 09 Aug, 2015 12:27 PM हमारे वेदों में ‘वनस्पति शांति:’ की बात की गयी है। हिमालय को
घेवर राम ने दिखाया अकाल की जोखिम को कम करने का रास्ता
Posted on 01 Apr, 2013 04:11 PM तेल व गैस उत्पादन तथा रिफ़ाइनरी स्थापित करने के नाम पर इन दिनों सुर्खियों में रहने वाले मारवाड़ के इन
हरियाली की संस्कृति
Posted on 26 Sep, 2011 01:00 PM

वृक्षारोपण, संरक्षण, संवर्धन जन-जन का अभियान बने, तभी वन विस्तार की हरीतिमा राजस्थान की मरुभूमि

पानी रे पानी तेरा रंग कैसा..........!
Posted on 16 Apr, 2010 04:48 PM
जल के लिए जंग,
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