विनय कांत मिश्र

विनय कांत मिश्र
गोमती भी सिसक रही है
Posted on 25 Jun, 2011 09:16 AM

जौनपुर। अब गोमती नदी में साफ-सुथरा जल प्रवाहित नहीं होता बल्कि पर्यावरण को क्षतिग्रस्त करने वाला गंदा पानी बहता है। इसमें नालियों और सीवर से निकलने वाली गंदगी ही बहती है। आदि गंगा कहलाने वाली गोमती भी गंगा की तरह सिसक रही है। गोमती का उद्भव किसी पर्वत से नहीं हुआ है जो इसमें साफ सुथरा जल दूसरी पहाड़ी नदियों की तरह पूरे वर्ष भर प्रवाहित होता रहे। इसके जल-प्राप्ति के स्रोतों में बारिश का पानी अथव

गोमती नदी अब मैली हो गई है
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