विमला पाटिल

विमला पाटिल
सुखद जीवन की प्रेरणा
Posted on 24 Jul, 2017 12:54 PM

साहित्य ने प्राचीन काल से ही मानसून के जीवनदायी स्वरूप को अभिव्यक्त किया है।

एक बहुश्रुत वैदिक श्लोक है,-

‘‘वर्षा समय पर हों, अन्न की बोझ से धरती झुक जाये,
यह देश सभी कष्टों से मुक्त हो, विद्वान निर्भय हो, विपन्न सम्पन्न हो जाएँ और सभी सौ वर्ष जीवित रहें,
निसन्तानों को बच्चे हों और बच्चों वाले को पोते-पोतियाँ हों,
मानसून - सूखद जीवन की प्रेरणा
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