विजय चितौरी

विजय चितौरी
केंचुआ पालन और वर्मी कम्पोस्ट (Earthworm Manure and VermiCompost System)
Posted on 26 Nov, 2016 02:42 PM

मिट्टी की उर्वरता में जिस एक जीव की सर्वाधिक भूमिका होती है, वह केंचुआ है। इसकी खूबियों के कारण ही इसे प्रकृति का हलवाहा कहा जाता है। ये केंचुए पौधों के जड़, पत्ती, तने एवं खेत के अन्य कार्बनिक पदार्थों को विघटित करके उसे कीमती खाद में परिवर्तित कर देते हैं। केंचुओं द्वारा तैयार यह खाद ‘वर्मी कम्पोस्ट’ कहलाती है।

केंचुए गोबर को खाद के रूप में परिवर्तित करते
सिंचाई जल प्रबंधन हेतु बदलना होगा खेती-बाड़ी का तौर-तरीका
धरती पर मौजूद कुल जल का मात्र 2.5 प्रतिशत स्वच्छ या मीठा जल है लेकिन इस स्वच्छ या मीठे जल का 68.7 प्रतिशत भाग ग्लेशियर के रूप में अथवा बर्फ के रूप में ध्रुवों पर जमा हुआ है। शेष जल में 30.1 प्रतिशत भूमिगत और सतह पर नदी, नालों, तालाबों और झीलों आदि में विद्यमान है जो जल जमीन के ऊपर है उसका 67.4 प्रतिशत भाग झीलों में और मात्र 1.6 प्रतिशत भाग नदियों में विद्यमान है।
Posted on 23 Aug, 2023 02:58 PM

देश में बढ़ते पेयजल संकट का एक कारण सिंचाई जल का कुप्रबंधन भी है। बात को स्पष्ट करने के लिए आइये पहले वैश्विक स्तर पर उपलब्ध जल पर चर्चा कर लें। हमारी धरती पर उपलब्ध सम्पूर्ण जल का 97.5 प्रतिशत भाग महासागरों में खारे जल के रूप में मौजूद है। यह जल पीने के लिए खेती के लिए अथवा उद्योगों आदि के लिए उपयोगी नहीं है। इसका पर्यावरणीय महत्व अवश्य है। धरती पर मौजूद कुल जल का मात्र 2.5 प्रतिशत स्वच्छ या म

खेती-बाड़ी का तौर-तरीका
कीटनाशियों के जैविक विकल्प
Posted on 04 Jul, 2015 04:23 PM
करीब चार दशक पूर्व प्रसिद्ध विज्ञान लेखिका रसेल कार्सन ने एक पुस्त
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