सूरज भान

सूरज भान
बारानी खेती में बूंद बूंद पानी का उपयोग एवं मौसम आधारित जल प्रबंध
Posted on 16 Feb, 2012 12:52 PM
भारत की सिंचन क्षमता गत 40 वर्षों में लगभग चार गुनी हो जाने के बावजूद लगभग 70 प्रतिशत (100 मिलियन हेक्टेयर) क्षेत्र में वर्षाधीन खेती की जाती है। वर्षा के वितरण एवं मात्रा में स्थान एवं महीनों में भारी अन्तर होने तथा अनिश्चितता के कारण कृषि उत्पादन में स्थिरता नहीं रह पाती। इसी कारण सिंचित क्षेत्रं में पानी की सुनिश्चतता के कारण जहां हरित क्रांति का आविर्भाव संभव हो सका वहीं असिंचित क्षेतरों में क
सिंचाई जल का कुशल उपयोग – समस्यायें एवं अनुसंधान
Posted on 15 Feb, 2012 11:08 AM
भारत विश्व का उन अग्रणी देशों में से है जहां गत 40 वर्षों में सिंचाई विकास में भारी प्रगति हुई है। जहां वर्ष 1950-51 में देश की कुल क्षमता मात्र 22.60 मिलियन हेक्टेयर थी, वह वर्ष 1991-92 में बढ़कर 81.28 मिलियन हेक्टेयर हो गयी है जिसमें से 30.98 मिलियन हेक्टेयर वृहद एवं मध्यम सिंचाई योजनाओं से 11.57 मिलियन हेक्टेयर लघु सतही योजनाओं से एवं 38.73 मिलियन हेक्टेयर भू-जल लघु योजनाओं से हुई। सिंचाई विकास
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