श्री पंकज गर्ग (वैज्ञानिक ब)

श्री पंकज गर्ग (वैज्ञानिक ब)
अनुरेखक तनुकरण विधि का उपयोग करते हुये तीसता नदी का निस्सरण मापन
Posted on 29 Mar, 2012 04:40 PM पर्वतीय नदियों/धाराओं की उच्च विपलव तथा घूमाव प्रवृत्ति के कारण उनके निस्सरण मापन के लिए रसायन एवं रंजक का प्रयोग कते हुये कुछ निश्चित सीमाओं के साथ अनुरेखक मिलाने की तकनीक का उपयोग किया जा सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में रेडियो धर्मी अनुरेखकों अधिक प्रभावी माने जाते हैं क्योंकि ये नदियों के निस्सरण के सम्बंध में यथार्थ अन्वेषण करने में सहायक होते हैं।
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