सजल श्रीवास्तव
सजल श्रीवास्तव
मूर्ति विसर्जन पर रोक का सच
Posted on 29 Sep, 2015 04:30 PMवाराणसी में दिनांक 22 सितम्बर 2015 को मध्यरात्रि देश के शीर्ष सन्तों में एक, लम्बे समय से माँ गंगा की अविरलता-निर्मलता हेतु 'गंगा सेवा अभियानम्' द्वारा चलाए जा रहे आन्दोलन के सार्वभौम संयोजक, 'स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानन्द: सरस्वती जी द्वारा गंगा जी में गणेश मूर्तियों के विसर्जन की माँग को लेकर किये जा रहे शान्तिपूर्ण सत्याग्रह के समर्थन में एकत्रित साधू, सन्तों, बटुकों एवं धार्मिक आस्थावान काशी की जनता पर पुलिसिया बर्बरता, लाठीचार्ज किया गया। जिसमें स्वयं स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द जी गम्भीर रूप से घायल हुए।स्वामी जी के अनुसार सरकार गंगा को बाँधों में जकड़े, नाले सीधे गंगा में बहाये, गंगा के जल का मनमाना दोहन करे तो ठीक और हम सदियों पुरानी धार्मिक मान्यताओं का निर्वहन भी नहीं कर सकते। इसी आधार पर स्वामी जी ने शान्तिपूर्ण सत्याग्रह आरम्भ किया। इस निन्दनीय घटना ने वाराणसी प्रशासन की विवेकहीनता को परिलक्षित किया। प्रशासन द्वारा स्वामी जी से वार्तालाप करके मध्यमार्ग निकालना चाहिए था। क्योंकि अभी तो इस वर्ष माँ दुर्गापूजनोत्सव की मूर्तियों का पूजन व विसर्जन होना बाक़ी है।