शैलेन्द्रनाथ घोष
शैलेन्द्रनाथ घोष
जोड़ने की ख़ामख़्याली
Posted on 29 Dec, 2014 04:34 PMहम सारी प्रमुख नदियों को जोड़ने की बात तो कर रहे हैं, मगर यदि बांग्नदियों को जोड़ने की खामख्याली
Posted on 16 Nov, 2023 04:59 PMप्रधानमंत्री तथा उनकी इस घोषणा पर मेजें थपथपाने वाले सांसद शायद सोचते हैं कि जब सड़कों का नेटवर्क बन सकता है, तो नदियों का क्यों नहीं? इस सोच में देश के बुनियादी संसाधनों मिट्टियों, नदियों, सागर संगमों, पहाड़ों और जंगलों के प्रति और जलवायु की तमाम विविधताओं के प्रति नासमझी ही झलकती है।