रोमेश बेदी

रोमेश बेदी
एक फिरंगी राजा
Posted on 19 Jun, 2010 01:12 PM
सौ वर्ष पूरे हुए हैं, हिन्द स्वराज को लिखे हुए। पुस्तक में ‘स्वराज क्या है’ नामक अध्याय में पाठक संपादक से कहता है कि ”अंग्रेजों के राज-कारोबार से देश कंगाल होता जा रहा है। वे हर साल देश से धन ले जाते हैं।“ कड़वी सचाई के इस लंबे संवाद से कोई सड़सठ बरस पहले की एक सच्ची घटना का वर्णन है फिरंगी राजा के इस किस्से में। इसमें अच्छा-बुरा सब कुछ है। हिन्द स्वराज में गांधीजी ने अपने इस पाठक से कहा था कि
विलसन, हरसिल, उत्तराखंड का सिक्का
×