राजस्थान सरकार

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पंचायत समिति बडगाँव की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:29 PM
पंचायत समिति, बडगाँव (जिला उदयपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा उदयपुर जिले में 283.63 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 240.53 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति उनियारा की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:23 PM
पंचायत समिति, उनियारा (जिला टोंक) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा टोंक जिले में 745 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 626 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति टोंक की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:21 PM
पंचायत समिति, टोंक (जिला टोंक) संवेदनशील (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा टोंक जिले में 745 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 626 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति टोडारायसिंह की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:19 PM
पंचायत समिति, टोडारायसिंह (जिला टोंक) संवेदनशील (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा टोंक जिले में 745 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 626 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति निवाई की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:17 PM
पंचायत समिति, निवाई (जिला टोंक) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा टोंक जिले में 745 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 626 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति मालपुरा की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:12 PM
पंचायत समिति, मालपुरा (जिला टोंक) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा टोंक जिले में 745 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 626 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति देवली की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:09 PM
पंचायत समिति, देवली (जिला टोंक) संवेदनशील (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा टोंक जिले में 745 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 626 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति सिरोही की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 03:45 PM
पंचायत समिति, सिरोही (जिला सिरोही) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

सिरोही जिला मुख्यतः चट्टानी क्षेत्र है एवं भूजल उपलब्धता पूर्णतया वर्षा पर निर्भर करती है। भूजल पुनर्भरण से अधिक मात्रा में दोहन होने के कारण सिरोही जिला अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत है।
पंचायत समिति शिवगंज की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 03:43 PM
पंचायत समिति, शिवगंज (जिला सिरोही) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

सिरोही जिला मुख्यतः चट्टानी क्षेत्र है एवं भूजल उपलब्धता पूर्णतया वर्षा पर निर्भर करती है। भूजल पुनर्भरण से अधिक मात्रा में दोहन होने के कारण सिरोही जिला अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत है।
पंचायत समिति रेवदर की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 03:41 PM
पंचायत समिति, रेवदर (जिला सिरोही) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

सिरोही जिला मुख्यतः चट्टानी क्षेत्र है एवं भूजल उपलब्धता पूर्णतया वर्षा पर निर्भर करती है। भूजल पुनर्भरण से अधिक मात्रा में दोहन होने के कारण सिरोही जिला अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत है।
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